मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के धान खरीदी केंद्र में घपले का मामला सामने आया है. यहां के कमर्जी धान खरीदी सेंटर में गड़बड़झाला सामने आया है. पटवारी के ऑडिट में करीब 1074 बोरी धान गायब पाया गया है. इस केस का खुलासा होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. राजस्व और खाद्य विभाग की टीम धान गायब होने की जांच कर रही है. अब 8 फरवरी को इस केस में धान की बोरियों की गिनती की जाएगी.
कमर्जी में कितनी धान खरीदी हुई: एमसीबी के कमर्जी केंद्र में साल 2023-24 में कुल 21880 क्विंटल धान की खरीदी हुई है. कुल चार करोड़ से ज्यादा की धान खरीदी यहां हुई है. कुल एक नवंबर 2023 से 4 फरवरी 2024 तक कुल 342 किसानों ने धान की बिक्री की है. किसानों को चार करोड़ 45 लाख 96 हजार 964 रुपए का भुगतान किया गया है. कमर्जी में जब भौतिक सत्यापन कराया गया तो यहां 656 बोरी धान गायब मिला. जिसके बाद पटवारी ने इसका प्रतिवेदन तैयार करने का काम किया. जिसमें 1074 बोरी धान गायब पाया गया. इस धान की कीमत 12.4 लाख रुपये बताई जा रही है.
समिति प्रबंधक को मिली दो दिनों की मोहलत: इस केस में समिति प्रबंधक को दो दिनों की मोहलत मिली है. इसके साथ ही धान की बोरियों को सही तरह से स्टेक लगवाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. बीते महीने भी आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कोटाडोल के रापां उपार्जन केंद्र में धान खरीदी में घपला पाया गया था. जब प्रशासन ने इसकी जांच की थी तो 952 बोरी धान गायब मिला था. जिसकी कीमत 29 लाख रुपये से ज्यादा थी. उपार्जन केंद्र के रिकॉर्ड के मुताबिक 2387 बोरी में से 952 क्विंटल धान गायब है. जिसकी कीमत 29.51 लाख रुपये है.