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नीट परीक्षा में धांधली पर भड़के सौरभ भारद्वाज, कहा- जो लाखों देकर परीक्षा पास करेगा वो क्या डॉक्टर बनेगा और क्या ही इलाज करेगा ? - NEET Result 2024 Controversy

दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नीट की परीक्षा में हुई धांधली को लेकर कहा कि ये सिर्फ बच्चों का मामला नहीं है. ये देश का मामला है. जो 60 लाख रुपये देकर नीट की परीक्षा पास करेगा वो क्या डॉक्टर बनेगा और क्या इलाज करेगा.

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स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (file photo)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 16, 2024, 12:12 PM IST

स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (ETV Bharat)

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नीट की परीक्षा में हुई धांधली पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 24 लाख बच्चे यदि दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं तो केंद्र सरकार को इसे मान लेना चाहिए. उन्होंने देश के लोगों से भी अपील की है कि वह इन बच्चों की आवाज बनें, नहीं तो देश को बहुत नुकसान होगा. ये सिर्फ बच्चों का मामला नहीं है. ये देश का मामला है. जो 60 लाख रुपये देकर नीट की परीक्षा पास करेगा वो क्या डॉक्टर बनेगा और क्या इलाज करेगा. डॉक्टर बनने की ख्वाहिश लिए बच्चों ने 18-18 घंटे तक पढ़ाई की लेकिन परीक्षा में धांधली से आज उनका दिल टूटा हुआ है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश भर से 24 लाख से अधिक बच्चों ने डॉक्टर बनने की ख्वाहिश लिए नीट की परीक्षा दी थी. साल भर मेहनत कर एमबीबीएस में एडमिशन के लिए नीट का एग्जाम दिया. अब लगातार खबरें आ रही हैं कि इस एग्जाम में बड़े स्तर पर धांधली हुई है. जो बच्चे 24 में से 18 घंटे पढ़ते थे कि उन्हें डॉक्टर बनना है आज उनका दिल टूटा हुआ है. गुजरात में जिस सेंटर पर पेपर लीक हुआ था. वहां पर कहा गया था पेपर लेकर उत्तर वाली सीट खाली छोड़ दीजिए. उस सेंटर के टीचर उत्तर वाली सीट में सही उत्तर भर देंगे.

उन्होंने कहा कि आज बिहार से खबर आई कि नीट की परीक्षा से पहले 13 लोगों को एक सेफ हाउस में ले जाया गया था. उनको वहां पर नीट का पेपर दिया गया. इसके बदले उनके मां बाप से 30 से 60 लाख रुपये ले लिए गए. आज बच्चे मांग कर रहे हैं कि इस एग्जाम को दोबारा करा दो. क्या केंद्र सरकार बच्चों की एक छोटी सी बात नहीं मान सकता है. जब कोई व्यक्ति या समूह परेशान होता है तो हम लोग कहते हैं कि हमे क्या. इस देश के अंदर किसानों ने लंबा आंदोलन किया. 700 किसानों की जान चली गई. लोगों ने कहा हमें क्या. ये किसानों का मसला है. देश की सेना के जवानों ने वन रैंक वन पेंशन के लिए जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया, लोगों ने कहा हमें क्या. देश के डॉक्टरों, वकीलों ने प्रदर्शन किया. पुलिस ने डॉक्टरों, वकीलों से मारपीट की लोगों ने कहा हमें क्या.

ये भी पढ़ें: आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने नीट 2024 परीक्षा में विसंगतियों के लिए की सीबीआई जांच की मांग

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि छात्र और बेरोजगार लोग प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि छोटे से लेकर बडे एग्जाम लीक हो जाते हैं. दिन रात मेहनत करने वाले युवा दर दर भटक रहे हैं. न्याय मांग रहे हैं. मैं लोगों से निवेदन करना चाहता हूं कि हमें क्या वाली ये जो सोच है, इससे देश को बहुत नुकसान हो रहा है. अपने इन 24 लाख बच्चों के लिए खड़े हो जाइए. नहीं तो इस देश से शाख खत्म हो जाएगी. बाहर के तमाम देशों में यहां के डॉक्टरों की मांग इसलिए बहुत ज्यादा है, क्योंकि भारत का एग्जाम और कंपटीशन को सब लोग मानते हैं. जो बच्चे 60 लाख रुपये देकर एग्जाम को पास करेंगे वह क्या डाक्टर बनेंगे. वो क्या इलाज करेंगे. सभी लोगों को 24 लाख बच्चों के लिए आवाज उठानी चाहिए.

ये भी पढ़ें: NEET 2024 घोटाला एक नमूना मात्र है, असल बीमारी NTA है: जेएनयूएसयू अध्यक्ष

स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (ETV Bharat)

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नीट की परीक्षा में हुई धांधली पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 24 लाख बच्चे यदि दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं तो केंद्र सरकार को इसे मान लेना चाहिए. उन्होंने देश के लोगों से भी अपील की है कि वह इन बच्चों की आवाज बनें, नहीं तो देश को बहुत नुकसान होगा. ये सिर्फ बच्चों का मामला नहीं है. ये देश का मामला है. जो 60 लाख रुपये देकर नीट की परीक्षा पास करेगा वो क्या डॉक्टर बनेगा और क्या इलाज करेगा. डॉक्टर बनने की ख्वाहिश लिए बच्चों ने 18-18 घंटे तक पढ़ाई की लेकिन परीक्षा में धांधली से आज उनका दिल टूटा हुआ है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश भर से 24 लाख से अधिक बच्चों ने डॉक्टर बनने की ख्वाहिश लिए नीट की परीक्षा दी थी. साल भर मेहनत कर एमबीबीएस में एडमिशन के लिए नीट का एग्जाम दिया. अब लगातार खबरें आ रही हैं कि इस एग्जाम में बड़े स्तर पर धांधली हुई है. जो बच्चे 24 में से 18 घंटे पढ़ते थे कि उन्हें डॉक्टर बनना है आज उनका दिल टूटा हुआ है. गुजरात में जिस सेंटर पर पेपर लीक हुआ था. वहां पर कहा गया था पेपर लेकर उत्तर वाली सीट खाली छोड़ दीजिए. उस सेंटर के टीचर उत्तर वाली सीट में सही उत्तर भर देंगे.

उन्होंने कहा कि आज बिहार से खबर आई कि नीट की परीक्षा से पहले 13 लोगों को एक सेफ हाउस में ले जाया गया था. उनको वहां पर नीट का पेपर दिया गया. इसके बदले उनके मां बाप से 30 से 60 लाख रुपये ले लिए गए. आज बच्चे मांग कर रहे हैं कि इस एग्जाम को दोबारा करा दो. क्या केंद्र सरकार बच्चों की एक छोटी सी बात नहीं मान सकता है. जब कोई व्यक्ति या समूह परेशान होता है तो हम लोग कहते हैं कि हमे क्या. इस देश के अंदर किसानों ने लंबा आंदोलन किया. 700 किसानों की जान चली गई. लोगों ने कहा हमें क्या. ये किसानों का मसला है. देश की सेना के जवानों ने वन रैंक वन पेंशन के लिए जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया, लोगों ने कहा हमें क्या. देश के डॉक्टरों, वकीलों ने प्रदर्शन किया. पुलिस ने डॉक्टरों, वकीलों से मारपीट की लोगों ने कहा हमें क्या.

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सौरभ भारद्वाज ने कहा कि छात्र और बेरोजगार लोग प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि छोटे से लेकर बडे एग्जाम लीक हो जाते हैं. दिन रात मेहनत करने वाले युवा दर दर भटक रहे हैं. न्याय मांग रहे हैं. मैं लोगों से निवेदन करना चाहता हूं कि हमें क्या वाली ये जो सोच है, इससे देश को बहुत नुकसान हो रहा है. अपने इन 24 लाख बच्चों के लिए खड़े हो जाइए. नहीं तो इस देश से शाख खत्म हो जाएगी. बाहर के तमाम देशों में यहां के डॉक्टरों की मांग इसलिए बहुत ज्यादा है, क्योंकि भारत का एग्जाम और कंपटीशन को सब लोग मानते हैं. जो बच्चे 60 लाख रुपये देकर एग्जाम को पास करेंगे वह क्या डाक्टर बनेंगे. वो क्या इलाज करेंगे. सभी लोगों को 24 लाख बच्चों के लिए आवाज उठानी चाहिए.

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