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बिना दुल्हन घर लौटा दूल्हा, महिला बाल विकास की सक्रियता से रुके दो बाल विवाह - Two minors getting married

Child Marriage Stopped: सतना में शनिवार को दो नाबालिग बच्चियों की शादी रोक दी गई. महिला बाल विकास विभाग की सक्रियता से ये शादी रुक गई. समझाइश के बाद पन्ना से आई बारात वापस लौट गई.दूल्हे को बगैर दुल्हन के ही लौटना पड़ा.

women and child development prevent
दो नाबालिग बच्चियों की शादी रोकी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 27, 2024, 10:27 PM IST

सतना। एमपी के कई गांव में आज भी बाल विवाह का चलन जारी है. गांवों में चोरी छुपे कुछ समाज आज भी बाल विवाह करते हैं. सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है.सतना के मैहर में शनिवार को कुछ ऐसा ही होने जा रहा था.लेकिन महिला बाल विकास विभाग की सक्रियता से दो बाल विवाह रोके गए. लंबी समझाइश के बाद पन्ना से आई बारात वापस लौट गई.दूल्हे को बगैर दुल्हन के ही लौटना पड़ा.(groom return home without bride)

गांव में हो रही थी शादी

मैहर के रामनगर थाना क्षेत्र के गैलहरी गांव में दो नाबालिग बच्चियों के हाथ पीले करने की तैयारी की जा रही थी. बारात भी आ चुकी थी और दोनों की एक ही परिवार में शादी की जा रही थी. जैसे ही इसकी सूचना महिला बाल विकास के अधिकारियों को लगी, महिला बाल विकास की लाडो टीम गांव में पहुंच गई और बाल विवाह को रुकवा दिया गया.

Child marriage stop
महिला बाल विकास की सक्रियता से रुके दो बाल विवाह

13 और 15 साल है उम्र

गैलहरी गांव में हो रही बाल विवाह की सूचना लगते ही रामनगर थाना पुलिस और महिला बाल विकास की टीम गांव पहुंची. जहां पाया की जिन लड़कियों की शादी हो रही है उनकी उम्र महज 13 और 15 साल है. दोनों बच्चियों एक ही परिवार से हैं और एक ही परिवार में हाथ पीले कर ससुराल जा रही थीं. बारात पन्ना जिले के ईसानगर से आई थी.

ये भी पढ़ें:

बाल विवाह रोका गया

महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक सुमन जायसवाल ने बताया की सूचना मिली थी की नाबालिग बच्चियों की शादी कराई जा रही है. सूचना मिलते ही महिला बाल विकास विभाग, तहसीलदार ललित धार्वे व थाना पुलिस मौके पर पहुंची. वहां बच्चियों के मां-बाप को समझाया गया की बाल विवाह करना कानूनन अपराध है. मां-बाप के समझ जाने के बाद बाल विवाह रोक दिया गया और इसके बाद बिना दुल्हन के दूल्हा लौट गया.

सतना। एमपी के कई गांव में आज भी बाल विवाह का चलन जारी है. गांवों में चोरी छुपे कुछ समाज आज भी बाल विवाह करते हैं. सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है.सतना के मैहर में शनिवार को कुछ ऐसा ही होने जा रहा था.लेकिन महिला बाल विकास विभाग की सक्रियता से दो बाल विवाह रोके गए. लंबी समझाइश के बाद पन्ना से आई बारात वापस लौट गई.दूल्हे को बगैर दुल्हन के ही लौटना पड़ा.(groom return home without bride)

गांव में हो रही थी शादी

मैहर के रामनगर थाना क्षेत्र के गैलहरी गांव में दो नाबालिग बच्चियों के हाथ पीले करने की तैयारी की जा रही थी. बारात भी आ चुकी थी और दोनों की एक ही परिवार में शादी की जा रही थी. जैसे ही इसकी सूचना महिला बाल विकास के अधिकारियों को लगी, महिला बाल विकास की लाडो टीम गांव में पहुंच गई और बाल विवाह को रुकवा दिया गया.

Child marriage stop
महिला बाल विकास की सक्रियता से रुके दो बाल विवाह

13 और 15 साल है उम्र

गैलहरी गांव में हो रही बाल विवाह की सूचना लगते ही रामनगर थाना पुलिस और महिला बाल विकास की टीम गांव पहुंची. जहां पाया की जिन लड़कियों की शादी हो रही है उनकी उम्र महज 13 और 15 साल है. दोनों बच्चियों एक ही परिवार से हैं और एक ही परिवार में हाथ पीले कर ससुराल जा रही थीं. बारात पन्ना जिले के ईसानगर से आई थी.

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बाल विवाह रोका गया

महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक सुमन जायसवाल ने बताया की सूचना मिली थी की नाबालिग बच्चियों की शादी कराई जा रही है. सूचना मिलते ही महिला बाल विकास विभाग, तहसीलदार ललित धार्वे व थाना पुलिस मौके पर पहुंची. वहां बच्चियों के मां-बाप को समझाया गया की बाल विवाह करना कानूनन अपराध है. मां-बाप के समझ जाने के बाद बाल विवाह रोक दिया गया और इसके बाद बिना दुल्हन के दूल्हा लौट गया.

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