सतना/मैहर। नगर परिषद न्यू रामनगर के अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की दीपा मिश्रा ने कब्जा जमा लिया है. उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाली बीजेपी की वार्ड पार्षद सुनीता पटेल को करारी हार का सामना करना पड़ा. अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को दो नामांकन हुए. बीजेपी की तरफ से सुनीता पटेल और कांग्रेस की तरफ से दीपा मिश्रा ने नामांकन फार्म जमा किया. सत्यापन के बाद वोटिंग शुरू हुई तब बीजेपी के पास कुल नौ पार्षद थे और कांग्रेस के कुल छह पार्षद थे.
कांग्रेस को मिले 8 वोट
ऐसे में तय माना जा रहा था कि बीजेपी लगातर तीसरी बार अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज कर लेगी. वही जब नतीजा सामने आए तो कांग्रेस को 8 वोट मिले. जबकि भाजपा प्रत्याशी को सात वोटों से ही संतोष करना पड़ा. इस प्रकार से अध्यक्ष की कुर्सी पर कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया. जीत के बाद से कांग्रेस खेमें में खुशी का माहौल है. जीत के बाद नई कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह ''15 वर्षो से सत्य की लड़ाई लड़ रही थी, यह जीत उनके लिए बहुत खास है.''
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पहली बार खुला कांग्रेस का खाता
न्यू रामनगर नगर परिषद का गठन वर्ष 2015 में हुआ था. इसके बाद से अब तक तीन चुनाव संपन्न हुए. पहली बार 2015 में बीजेपी के राम सुशील पटेल अध्यक्ष पद का चुनाव जीते. इसके बाद 2022 में नगर परिषद अध्यक्ष उनकी पत्नी सुनीता पटेल बनी, जिन्हें गलत जानकारी देने के कारण अपदस्थ कर दिया गया था. कोर्ट ने निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया था. इसके बाद पार्षद पद के लिए उपचुनाव हुए और अब जाकर अध्यक्ष पद के उपचुनाव संपन्न हुए. उपचुनाव को मिलाकर यह तीसरा मौका है जिसमें पहली बार कांग्रेस को विजय प्राप्त हुई है.
भाजपा-कांग्रेस ने झोंकी ताकत
रामनगर नगर परिषद के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपनी ताकत झोंक रखी थी. अध्यक्ष पद से प्रथक होने के बाद खोई हुई प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए भाजपा प्रत्याशी सुनीता पटेल को जीतने के लिए सांसद गणेश सिंह और पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल ने मंगलवार को न्यू रामनगर में डेरा डाल रखा था. उधर कांग्रेस प्रत्याशी को जीतने के लिए सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी सुबह से रामनगर पहुंच गए थे. 15 सीटों वाली नगर परिषद में संख्या बल के हिसाब से भाजपा की जीत तय मानी जा रही थी. लेकिन वोटिंग के दौरान भाजपा के 3 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर दिया. इस तरह से कांग्रेस को आठ वोट मिले और भाजपा साथ वोट तक सिमट कर रह गई.