भोपाल। मध्यप्रदेश के सतना में कांग्रेस को करारा झटका लगा है. सतना नगर निगम में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस पार्षद माया कौल और अर्चना अनिल गुप्ता, पूर्व पार्षद केएल यादव और अनिल गुप्ता ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इससे पहले बुधवार देर रात सतना में कांग्रेस पार्षद माया कोल को लेकर कांग्रेस ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. बताया जाता है कि बुधवार देर शाम तक उनके घर न लौटने पर उनके बेटे लल्लू ने इसकी जानकारी कांग्रेस नेताओं की दी थी.
सतना नगर निगम अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा
कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा सहित कांग्रेस नेताओं ने थाने में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई. सतना नगर निगम अध्यक्ष के खिलाफ दो दिन पहले अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. कांग्रेस के 18 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिला कलेक्टर को प्रस्ताव सौंपा था. उन्होंने आरोप लगाया था कि नगर निगम अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी पद की गरिमा के तहत काम नहीं कर रहे और उनके पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. सतना नगर निगम में 45 पार्षद हैं, इसमें से 18 पार्षद कांग्रेस के हैं. पूर्व में कांग्रेस के 21 पार्षद थे, लेकिन 3 पार्षद पूर्व में ही 4 माह पहले बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
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सतना नगर निगम में अब बीजेपी के कुल 26 पार्षद
सतना नगर निगम में अब बीजेपी के कुल 26 पार्षद हो गए हैं, जबकि तीन निर्दलीय हैं. कांग्रेस पार्षदों को पार्टी में शामिल कराने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा "दोनों पार्षद बीजेपी की रीति-नीति से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हुए हैं. कुछ लोगों द्वारा सतना में सियासी उठापटक करने का प्रयास किया था, शायद इससे उन्हें जवाब मिल गया होगा." बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा "पाकिस्तान प्रेम के लिए राहुल गांधी ही नहीं बल्कि दिग्विजय सिंह का भी सम्मान किया जाना चाहिए."