देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बिल्डर सतेंद्र साहनी आत्महत्या मामले पुलिस की जांच लगातार आगे बढ़ रही है. पुलिस ने गुप्ता बंधुओं के घर से जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त की थे उसे जांच के लिए आगे भेजा है. इसके साथ ही इस मामले में अब ED की एंट्री भी हो सकती है. दून पुलिस ने मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना जताते हुए ED से पत्राचार किया है. साथ ही देहरादून पुलिस अब उन लोगों से भी पूछताछ कर सकती है जो साहनी आत्महत्या के दौरान गुप्ता बदर्स के घर या अन्य जगहों पर उनसे मिले हैं. इस हाई प्रोफाइल इस मामले में जल्द ही और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. 3 जून को गुप्ता ब्रदर्स की जमानत पर सुनवाई होनी है.
कई सवालों के जवाब ढूंढ रही पुलिस: राजधानी देहरादून के मशहूर बिल्डर सत्येंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया? अपनी बेटी के घर जाकर वह आठवीं मंजिल से नीचे कूदे? क्यों वह इतना परेशान हो गए थे कि उन्होंने परिवार परवाह किए बिना मौत को गले लगाया? आखिरकार वो कौन लोग थे जो लगातार साहनी के ऊपर दबाव बना रहे थे? आखिरकार वह कौन-कौन सी संपत्ति है जिसमें पैसों का लेनदेन मानक अनुरूप नहीं हुआ? ऐसी कौन सी संपत्ति है जिन पर अभी भी विवाद है? मामले में गुप्ता ब्रदर्स का कनेक्शन, ये वो सब सवाल हैं जिनके जवाब दून पुलिस को ढूंढने हैं.
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने ईडी को पत्र लिखकर कहा अजय गुप्ता, अनिल गुप्ता और इनसे जुड़े लोगों की जितनी भी कंपनियां या प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनमें पैसों का लेनदेन किस तरह से हुआ है, किस-किस अकाउंट से हुआ है इसको लेकर स्थिति क्लियर हो. देहरादून एसएसपी ने मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना को देखते हुए भी जांच ईडी के साथ ही साझा की है.
क्यों पड़ी ED की जरुरत: बताया जा रहा है कि ED मामले पर पहले भी सत्येंद्र साहनी के पार्टनर संजय गर्ग से बातचीत कर चुकी है. जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा था अगर उन्हें इस पूरे मामले पर अपनी बात रखनी है या पैसों के लेनदेन को लेकर कोई शक है तो वह एक शिकायत दे सकते हैं. ED इस मामले पर इसलिए भी पहले से नजर बनाकर रखे हुए हैं क्योंकि सहस्त्रधारा और राजपुर रोड पर आवासीय परियोजना में ज्वाइंट डेवलपमेंट एग्रीमेंट के तहत जो पैसों का लेनदेन हुआ है वह पैसा कहां से किसके अकाउंट से और कब-कब आया है और उसे पैसे का सोर्स क्या है इस बात की भी जानकारी सामने आ सके. पैसों के लेनदेन को लेकर आत्महत्या से पहले सत्येंद्र साहनी और उनके पार्टनर संजय गर्ग ने भी पुलिस को एक शिकायती पत्र दिया था. लिहाजा, अब इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच हो सके इसलिए भी ED या तो उनके पार्टनर की तरफ से शिकायत का इंतजार कर रही है.
सीसीटीवी, बैंक अकाउंट, फोन खोलेंगे राज: देहरादून पुलिस के मुताबिक इस मामले से जुड़े हर इंसान से धीरे-धीरे पूछताछ होगी. कुछ ऐसे नामों की भी जानकारी मिल रही है जो अब तक सामने नहीं आये हैं. फिलहाल देहरादून पुलिस सीसीटीवी फुटेज, बैंक अकाउंट, लॉकर, फोन की सीडीआर और सभी की जांच कर रही है. लैब से भी इसकी जांच करवाई जा रही है बहुत हद तक 1 जून शाम तक इस मामले में कोई नया डेवलपमेंट सामने आ सकता है. देहरादून एसएसपी की मानें तो बहुत सी बातें अभी पब्लिक डोमेन में नहीं दी जा सकती हैं, इतना जरूर है के इस पूरे हाई प्रोफाइल मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
कांग्रेस कर रही सीबीआई जांच की मांग: उधर इस पूरे मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस तीन दिनों से लगातार इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की बात कह रही है. कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा से लेकर सूर्यकांत धस्माना लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा गुप्ता ब्रदर्श को उत्तराखंड में किस नेता का संरक्षण प्राप्त है इसकी जांच होनी चाहिए. उधर पुलिस मुख्यलय ने साफ किया है कि मामले में जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है. अगर राज्य सरकार चाहेगी तो वो सीबीआई जांच करवा सकती है.