कुचामनसिटी. सरकार के भूजल एवं जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी को जल जीवन मिशन में हुए घोटाले की जांच के लिए ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में दोषियों को दंडित करने की मांग और भ्रष्टाचारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है. ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने ज्ञापन में बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार में जेजेएम योजना के अंतर्गत क्षेत्र में ना तो पाइप डाले गए और ना ही एक भी नल लगाया गया, लेकिन बिल बनाकर पैसे उठा लिए गए.
जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने नगर परिषद में स्थित सभागार में नागौर जिला और डीडवाना कुचामन जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों की पेयजल उपलब्धता की समीक्षा बैठक के लिए पहुंचे थे. बैठक में मंत्री ने पेयजल को लेकर दोनों जिलों के अधिकारियों के साथ चर्चा की. मंत्री ने निर्देशित किया कि आगामी गर्मी को लेकर सभी व्यवस्थाओं को पूरा करें.
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कांग्रेस ने बहुत से पाप किए : जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि "गत शासनकाल में जल जीवन मिशन में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था. हम इस योजना का काम समय पर करवाएंगे." उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बहुत से पाप किए थे. कांग्रेस ने अपने शासनकाल में 21 जिलों में पीने, सिंचाई, उद्योगों के लिए पानी की योजना को लटकाकर रखा. हमने सत्ता में आते ही इस योजना को मूर्त रूप दिया. इसी प्रकार शेखावाटी क्षेत्र में यमुना जल आने से खुशहाली आएगी. अब तक प्रदेश में राजस्थान नहर से 5 हजार एलसीएम पानी आता था. हमने समझौता करके इतने पानी के लिए काम शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में हुए भ्रष्टाचार की भी जांच करवाएंगे
योजना की तिथि बढ़ाने का आग्रह : जलदाय मंत्री से उनके आटे में नमक सम्बन्धी बयान के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि "मैने ऐसा कुछ नहीं कहा. मैंने तो यह कहा कि पहले आटे में नमक जितना भ्रष्टाचार होता था, लेकिन अब तो नमक में आटा मिलाया जाता है. हम जीरो टोलरेंस पर काम करेंगे. " कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने 10 वर्ष के कार्यकाल में देश में 1 रुपए का भी भ्रष्टाचार नहीं होने दिया. एक अन्य प्रश्न के जवाब में मंत्री ने कहा कि मार्च 2024 में जल जीवन मिशन की तिथि समाप्त हो रही है, लेकिन हम प्रधानमंत्री से इस योजना की तिथि बढ़ाने का आग्रह करेंगे. प्रदेश में इस योजना के तहत अब तक मात्र 35 प्रतिशत ही कार्य हुआ है.
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मनमानी तरीके से किया गया काम : सरपंच संघ नावा के सचिव रामनिवास नेहरा ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कुछ गांवो में कार्य किया गया, जो आधा अधुरा पड़ा है. टंकी भी आधी अधुरी पड़ी हैं. जो कार्य किया गया वह फर्म द्वारा मनमानी तरीके से किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि पाइप लाइन आबादी क्षेत्र में गहराई में नहीं डाली गई. सीसी सड़क, ब्लॉक सड़क और पक्की नालियों को जेसीबी मशीन से खुदाई करते समय तोड़ दिया गया, जबकि निविदा के अनुसार आबादी क्षेत्र में ओरिजेन्टल बोरिंग मशीन से कार्य करना था. ठेकेदार की ओर से ऐसा नहीं किया गया. शिव सरपंच लालाराम अणदा ने कहा कि जल मिशन योजना जब से चली है, गांव में भ्रष्टाचार शुरू हो गया है. पिछली सरकार में भरपूर भ्रष्टाचार हुआ. टेंडर के अनुसार कार्य नहीं किया गया.