कोरबा: आठ विधानसभा वाले कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने सरोज पांडे को अपना प्रत्याशी बनाया है. वह लगातार चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं. इस दौरान उन्होंने ETV भारत से खास बातचीत की. चुनावी कार्यक्रमों के बीच उन्होंने विकास का रोडमैप क्या होगा यह बताया, कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा. राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर प्रश्न खड़े किए. तो प्रधानमंत्री के सिर फोड़ने वाले बयान की एक बार फिर आलोचना की.
सवाल : कोरबा लोकसभा से जैसे ही आपके नाम की घोषणा हई, आपने धुआंधार दौरा शुरू कर दिया, सबसे बड़ा मुद्दा यहां क्या है?
जवाब : विकास की यहां बहुत आवश्यकता है. पिछले कई सालों में यहां ईमानदारी के साथ प्रयास नहीं हुआ है. बहुत सारे क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या बेहद गंभीर है. एक अच्छे हॉस्पिटल की बेहद दरकार है. एक अच्छा हॉस्पिटल यहां पर जरूर होना चाहिए, लोगों को आज भी यहां से बिलासपुर और रायपुर जाना पड़ता है. मुझे लगता है कि जो मूलभूत बातें हैं, जो लोगों को मिलनी चाहिए, जिसके वह हकदार हैं. वो यहां पर नहीं हो पाया है.
सवाल : हमें याद है एक बार आप कोरबा की सड़कों से गुजर रही थी और आपने सड़कों के दुर्दशा पर कार से उतरकर एक वीडियो बनाया था, क्या तभी यह इंडिकेशन मिल गया था, कि कोरबा आपकी कर्म भूमि होगी?
जवाब : भाजपा में कोई इंडिकेशन नहीं होता है. आपको काम दिया जाता है और आप काम करते हैं. पार्टी ने मुझे काम दिया है और मैं उस काम को पूरा करने के लिए यहां पर आई हूं.
सवाल : आप जिस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती रहीं हैं, वो दुर्ग भिलाई का इलाका शहरी क्षेत्र है. जबकि कोरबा इसके ठीक उलट ट्राइबल क्षेत्र है. यहां आप किस तरह से लोगों से जुड़ रही हैं, वह आपको क्या कहते हैं?
जवाब : लोगों का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. हमारे प्रधानमंत्री के लिए लोगों के मन में उत्साह है. उनके काम के प्रति विश्वास भी है. जो ट्राइबल क्षेत्र है, वहां पर मुझे लगता है कि आने वाले समय में हम पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देंगे. यहां पर रोजगार के नए अवसर बनेंगे. नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हर झोपड़ी पर मकान होगा, पक्का मकान होगा. हमारे प्रधानमंत्री ने बिजली बिल जीरो करने की बात कही है. इन सब चीजों को लेकर के हम जनता के बीच में जाते हैं, बहुत सारे जगह पर बिजली नहीं है. बिजली है तो आधे-आधे समय में चली जाती है. यह ऊर्जा नगरी है. ऊर्जा नगरी में ऐसी व्यवस्थाएं हैं... तो निश्चित तौर पर इस पर आने वाले समय में काम होगा.
सवाल : यदि पक्ष विपक्ष की राजनीति को छोड़ दिया जाए, तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत मैदान में हैं और आप बीजेपी से. महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक ठोस उदाहरण नहीं है?
जवाब : महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले. यह प्रधानमंत्री करते ही हैं. नरेंद्र मोदी हमेशा ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को अवसर देने की कोशिश करते हैं, और इसलिए मेरा ख्याल है कि इतिहास में पहली बार 33 प्रतिशत आरक्षण प्रधानमंत्री मोदी लागू करने जा रहे हैं. यह एक ऐतिहासिक निर्णय था, जिसकी मैं वहां पर गवाह थी. यह मेरे लिए बहुत ही गर्व का क्षण था. सशक्तिकरण की दिशा में हर महिला को अवसर मिले. यह तो प्रधानमंत्री की कोशिश रहती ही है.
सवाल : प्रधानमंत्री से आप मिलती होंगी, उनसे चुनावी रणनीतियों पर ज्ञान भी लिया होगा. क्या कहकर उन्होंने आपको इस क्षेत्र की बागडोर सौंपी है.
जवाब : हमारी सोच जहां खत्म होती है, उसके बाद प्रधानमंत्री की सोच शुरू होती है. प्रधानमंत्री जो सोचते हैं, जो करते हैं, हम लोग उनके दिशा निर्देश पर केवल काम कर पाते हैं. जो वह सोचते हैं, मेरा ख्याल है विशेषतौर पर आदिवासी और गरीबों के लिए प्रधानमंत्री बेहद संवेदनशील हैं. प्रधानमंत्री जितने दिखाई देते हैं. उससे वह कहीं ज्यादा संवेदनशील हैं. छोटी-छोटी बातों पर वह ध्यान देते हैं, जहां हमारा ध्यान नहीं जाता. ऐसी बातों पर भी प्रधानमंत्री का ध्यान रहता है. गरीबों को क्या परेशानियां है, आप देखिये, चूल्हे का धुआं किसी को नहीं दिखा. जिसके लिए जन्होने उज्ज्वला गैस योजना शुरू की, आज तक किसी को समझ नहीं आया, शौचालय कितनी छोटी सी समस्या है. जिसका समाधान हुआ, वह बेहद संवेदनशील हैं और छोटी छोटी बातों पर ध्यान देते हैं. मुझे लगता है कि उनकी योजना, उनकी रणनीति वहां तक सोंच पाना, हम लोगों के बस की बात नहीं है.
सवाल : इन्हीं में से एक योजना पर आपसे सवाल है कि महतारी योजना वंदन योजना को काउंटर करने के लिए कहीं न कहीं कांग्रेस ने महिला न्याय लॉन्च किया है, उन्हें 1 लाख रुपये देने की बात कही है?
जवाब : 15000 रुपये देने की बाद पहले भी कही थी. पूरे प्रदेश में भाजपा के 12000 रुपये पर लोगों ने विश्वास किया. कांग्रेस के 15000 रुपये पर नहीं किया. कांग्रेस पार्टी अब जनता का विश्वास खो चुकी है. 12000 रुपये के लिए भारतीय जनता पार्टी को उन्होंने वोट किया. आज हमारी सरकार बनी, महतारी वंदन योजना में आज भी लोगों का विश्वास मोदी की गारंटी पर है. मोदी ने कहा है, तब वादा होने की गारंटी है. कांग्रेस ने कहा है तो वह नहीं होगा और कांग्रेस झूठ बोलती है. यह अब सबको पता है.
सवाल : बीजेपी के घोषणा पत्र को लेकर भी कांग्रेस हमलावर है, वो कह रहे हैं कि इसमें बेरोजगारी और महंगाई के समाधान के लिए कोई बात नहीं की गई है.
जवाब : अब सावन के अंधे को हरा ही हरा दिखता है, उसमें मैं क्या कह सकती हूं. कांग्रेस को हरा ही हरा दिखता है, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल में जो किया है. वह उससे बाहर नहीं निकाल पाते हैं. वह बार-बार वो इस विषय को उठाते हैं और आज वह स्वयं कहां पर हैं. वो प्रधानमंत्री के विषय में कुछ टिप्पणी करने लायक नहीं हैं. इसलिए मुझे लगता है कि इस विषय पर कुछ कहना ठीक नहीं है, इन विषयों को वैसे ही छोड़ देना चाहिए.
सवाल : राहुल गांधी की न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ से होकर गुजरी, खासतौर पर कोरबा लोकसभा से भी यह होकर गई है. इसका क्या असर रहेगा?
जवाब : न्याय किसको दिलाने निकले हैं? कभी भारत जोड़ो यात्रा निकालते हैं. कभी न्याय यात्रा निकालते हैं. किसको जोड़ते हैं, किसको न्याय दिलाते हैं. यह आज तक स्पष्ट ही नहीं हो पाया है. वह स्वयं इतने कंफ्यूज हैं कि उनको कुछ कह पाना मुझे लगता है कि यह बेहद अजीब सी स्थिति है. उन्होंने न्याय दिलाते दिलाते मोहब्बत की दुकान खोली. इस मोहब्बत की दुकान में अपने नेताओं को लाठी कब पकड़ा दी. जिससे वह प्रधानमंत्री का सिर फोड़ेंगे, ऐसी भाषा...क्या यह न्याय यात्रा का प्रतिफल था. मुझे लगता है कि न्याय यात्रा का अर्थ क्या है? क्या उद्देश्य है? यह स्पष्ट होना चाहिए. अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए आप यात्राएं कर रहे हैं. जनता को बताने के लिए आपके पास कुछ नहीं है. आपके पास कोई योजनाएं नहीं है.
सवाल : नेता प्रतिपक्ष के इसी बयान पर आते हैं, चरणदास महंत ने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ी का एक मुहावरा कहा, जिसे गलत अर्थ में लिया गया. आप भी छत्तीसगढ़ से आती हैं, क्या कहेंगी?
जवाब : यह कौन सा छत्तीसगढ़ी हाना है, जिसमें लाठी से सिर फोड़ दिया जाता है. उन्होंने कहा कि मैं कबीरपंथ का हूं. इसलिए छत्तीसगढ़ी हाना बोला हूं. यह मुझे तो गले नहीं उतरता. मैने जरूर यह सुना है कि "ऐसी वाणी बोलिए की मन का आपा खोये, मन को शीतल करें, आप भी शीतल होए". मैने कबीर पंथ में जरूर इसे सुना है लेकिन वह दोहा था, ऐसा दोहा सुना है. लेकिन छत्तीसगढ़ी हाना मैंने ऐसा कहीं नहीं सुना. आप अपनी गलत बात को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़कर पेश कर रहे हैं. इस प्रकार से छत्तीसगढ़ आप यहां की संस्कृति को अपमानित कर रहे हैं.
सवाल : उनकी पत्नी आपके खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं, सीधी टक्कर आप दोनों के ही बीच है, इसे किस तरह से देखती हैं आप?
जवाब : भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ रही है और जीतेगी और मजबूती के साथ जीतेगी. यहां हम अच्छे अंतर से जीत दर्ज करेंगे.
सवाल : राहुल गांधी के दौरे के बाद कन्हैया कुमार बिलासपुर आए थे, अपने बड़े नेताओं को कांग्रेस ने मैदान में उतार दिया है, क्या वह पूरी ताकत छत्तीसगढ़ में झोंक रहे हैं?
जवाब : वह हमेशा से फूट डालो राज करो की कोशिश करते हैं, और जो ऐसे राष्ट्र विरोधी तत्व रहे हैं. उन तत्वों को हमेशा समर्थन देते हैं. वह बहुतायत ऐसे लोगों को आगे करते हैं. जो राष्ट्र विरोधी बातें करते हैं. भारत के टुकड़े होंगे, यह कहने वाले लोगों को अगर कांग्रेस पार्टी समर्थन दे रही है. कांग्रेस पार्टी को इस बात पर जवाब देना चाहिए.
सवाल : विपक्ष के नेताओं या फिर बुद्धिजीवी, उनके मन में यह सवाल रहता है कि भाजपा हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के इर्द गिर्द ही राजनीति करती है, आपसे हम जानना चाहेंगे कि विकास को लेकर भाजपा के पास क्या विजन है?
जवाब : हिंदुत्व का विषय नहीं है, हमारी आस्था का प्रश्न है. हमारी आस्था पर कई वर्षों तक आघात हुआ है और इसलिए आज देश में लोग अपनी आस्था के साथ अडिगता के साथ खड़े हैं. भाजपा के साथ खड़े हैं. तो इसमें गलत क्या है. विकास के एजेंडा हमारे प्रधानमंत्री ने दिया है. हमारी सरकार गरीबों की सरकार है. उन्होंने हमेशा गरीबों की चिंता की है. आयुष्मान कार्ड दिया है, पक्का मकान देने की बात कही है, पीएम आवास योजना दिया है, उज्ज्वला योजना दिया है, महतारी वंदन दिया है, कोरोना काल में वैक्सीन फ्री दिया है, कोरोना काल में महिलाओं को 500 रुपये उनके खाते में दिया गया.
यह सरकार गरीबों की सरकार है. पिछले 10 सालों में असीम योजनाओं के साथ लोगों के बीच में गई है. उसको धरातल पर उतारा है. लखपति दीदी, ड्रोन दीदी जैसी योजनाओं को लेकर फिर से हम आ रहे हैं. हर वर्ग को आगे बढ़ने का अवसर मिले. आप देखिए कि कांग्रेस आज कहां खड़ी है. पिछले 70 सालों में 10 साल अगर भाजपा को छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस ने क्या काम किया है? 10 सालों से अगर उसकी तुलना करेंगे, तो कांग्रेस बहुत पीछे चली जाएगी.