देवघर: सारठ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रणधीर सिंह क्षेत्र में कड़ी मेहनत करते नजर आ रहे हैं. भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान विधायक रणधीर सिंह ने प्रखंड स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. बैठक में सारठ विधानसभा क्षेत्र के सभी पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे. बैठक में रणधीर सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने का तरीका बताया.
उन्होंने कार्यकर्ताओं को भाजपा की पूर्व योजनाओं के साथ-साथ सरकार बनने के बाद आने वाली योजनाओं की जानकारी देने की बात भी कही, ताकि लोगों को भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो सके और मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए उत्सुक हों. बैठक के बाद रणधीर सिंह ने कहा कि चुनाव के बाद अगर भाजपा की सरकार बनती है तो राज्य में खाली पड़े दो लाख 87 हजार सरकारी पदों को भरा जाएगा. इसके अलावा पढ़ाई करने के बाद बेरोजगार हुए युवाओं को दो साल तक बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा.
पांच लाख युवाओं को दी जाएगी नौकरी
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद अगर झारखंड में भाजपा की सरकार बनती है तो पांच साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है. अगले 5 साल में भारतीय जनता पार्टी ने युवाओं के लिए और भी कई योजनाओं पर विचार किया है, जिसका सीधा लाभ युवाओं को मिलेगा. सारठ विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि अगर इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो पहली कैबिनेट से ही राज्य की माताओं-बहनों के लिए गोगो दीदी सम्मान योजना की शुरुआत की जाएगी.
सारठ में बनवाएंगे बीएड कॉलेज
रणधीर सिंह ने कहा कि विधायक रहते हुए उन्होंने सारठ में महिला कॉलेज बनवाया. अगर इस बार जनता ने उन्हें सम्मान दिया तो वे सारठ में बीएड कॉलेज भी बनवाएंगे. आने वाले दिनों में वे चितरा को देवघर से रेल मार्ग से जोड़ने का काम करेंगे. ताकि सारठ क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सीधे रेल मार्ग से जोड़ा जा सके. रणधीर सिंह ने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने सारठ के चितरा क्षेत्र में दो पावर ग्रिड का निर्माण कराया है. अगर जनता उन्हें विधायक के रूप में काम करने का एक और मौका देती है तो आने वाले समय में वे सारठ में बिजली आपूर्ति के लिए विशेष योजना लाने का प्रयास करेंगे.
रणधीर सिंह और चुन्ना सिंह के बीच मुकाबला होने की उम्मीद
आपको बता दें कि सारठ विधानसभा सीट से रणधीर सिंह का मुकाबला झामुमो के चुन्ना सिंह से है. चुन्ना सिंह के झामुमो प्रत्याशी के रूप में खड़े होते ही सारठ विधानसभा का चुनाव दिलचस्प हो गया है. क्योंकि चुन्ना सिंह ऐसे व्यक्ति हैं जो कई बार निर्दलीय चुनाव लड़कर दूसरे नंबर पर रहे हैं. इसलिए इस बार चुन्ना सिंह को झामुमो का समर्थन मिलने के बाद उम्मीद है कि पिछले दस सालों से भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले सारठ में झामुमो सेंध लगाने की कोशिश करेगी. इसलिए रणधीर सिंह अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.
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