संतकबीरनगर: आज के दौर में एक बात आम हो गई है, अब खेती-किसानी में क्या रखा है. मगर कुछ किसान ऐसे भी हैं, जिन्होंने शौक से खेती को अपना प्रोफेशन चुना है और उसमें वो सफलता भी हासिल कर रहे हैं. ऐसे ही एक किसान हैं अखंड प्रताप सिंह, जिनकी आम की बागवानी आज सोना उगल रही है.
पिता देवेंद्र और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम से 40 एकड़ एरिया में आम की विभिन्न प्रजातियों की खेती करने वाले अखंड प्रताप सिंह आम की उन्नतशील खेती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किए जा चुके हैं.
अखंड प्रताप सिंह की इस खास बागवानी को कभी उनके पुरखों ने लगाया था. पुरखों के द्वारा रखी गई आम की बागवानी की नींव को आधुनिक बनाने के फेर में खुद को सक्रिय वकालत पेशे से दूर करते हुए अखंड प्रताप सिंह ने 40 एकड़ में इजराइली तकनीकी से विभिन्न प्रजातियों के लगभग 6 हजार पौधे लगवाए, जो न सिर्फ सालाना 20 से 30 लाख की आय दे रहें हैं, बल्कि आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ और शीतल बनाने के साथ सैकड़ों लोगों को रोजगार भी दे रहें हैं.
आम की तीन फसलों को करने वाले अखंड प्रताप सिंह सरकार से ये मांग भी करते हैं कि हम जैसे किसानों को सरकार समय-समय पर सुविधाएं भी प्रदान करे, जिससे हम जैसे लोग प्रकृति संरक्षण के लिए और अधिक तेजी के साथ कार्य कर सकें.
आम की अगेती वैरायटी गौरजीत और बांबे आम के उत्पादन के साथ मीडियम वैरायटी दशहरी और कपुरी आम की खेती करने वाले अखंड प्रताप सिंह सीजन के लास्ट वाली वैरायटी यानी आम्रपाली आम के भी उत्पादक हैं, जिनके आम न सिर्फ देश में ही बिक्री होते हैं, बल्कि उनके यहां पैदा होने वाले आमों की मांग पड़ोसी राष्ट्र नेपाल तक है.
अपनी बागवानी से सालाना लाखों की आय करने से अखंड प्रताप सिंह सैकड़ों लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. अखंड प्रताप सिंह का ये सपना है कि वो अपने इस बागवानी को हॉर्टिकल्चर टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करें. उन्हें सरकारी सहायता के साथ पर्यटन विभाग से जुड़े तकनीकी जानकर की मदद की भी जरूरत है, जिसकी मांग उन्होंने बातचीत के दौरान सरकार के सामने रखी.
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