जमशेदपुर: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर टाटा स्टील फाउंडेशन ने जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में संवाद के 11वें संस्करण का आयोजन किया. इस अवसर पर टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन, वीपीसीएस चाणक्य चौधरी और टाटा स्टील फाउंडेशन के सीईओ सौरभ राय ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कार्यक्रम में पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी समाज के महिला-पुरुषों के अलावा समाज के प्रमुख भी मौजूद थे. इस आयोजन का मुख्य फोकस अपनी भाषा और संस्कृति की पहचान को और बढ़ाना है. कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी समाज के विभिन्न समुदायों के कुल 483 वाद्य यंत्रों को बजाकर की गई.
बता दें कि संवाद की शुरुआत 2014 में हुई थी. इसका उद्देश्य आदिवासी समाज के विभिन्न समुदायों को एक मंच पर लाना और एक-दूसरे की परंपरा और संस्कृति को साझा करना है. इस आयोजन में देश के 24 राज्यों की 32 जनजातियों ने हिस्सा लिया. आयोजन में आदिवासी समाज के विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए, वहीं विभिन्न जनजातियों की कला और हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया गया. आदिवासी चिकित्सकों द्वारा औषधीय पौधों के स्टॉल लगाए गए. जहां आदिवासी चिकित्सा पद्धतियों को साझा किया जाएगा.
इस अवसर पर टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील आदिवासियों की विविधता को एक मंच प्रदान करता है, ताकि उनके विभिन्न विचारों और परंपराओं का आदान-प्रदान हो सके. विभिन्न राज्यों में रहने वाली इन जनजातियों की अपनी अलग-अलग समस्याएं हैं, जिनके समाधान का रास्ता भी वे ऐसे आयोजनों के माध्यम से चुनते हैं. टाटा स्टील इन जनजातियों के बीच सरकार की विभिन्न योजनाओं की समुचित जानकारी पहुंचाने का भी काम करती है. पिछले दस वर्षों में आयोजन में संवाद का स्वरूप बढ़ा है और यह रोजगार के नए अवसरों की ओर अग्रसर है.
यह भी पढ़ें:
सादगीपूर्ण तरीके से मनी धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती, उलिहातू पहुंचे कई माननीय
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती: जनजातीय गौरव की भावना का जश्न