पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का काम हमारी सरकार करेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो वायदा किया है निश्चित तौर पर पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक-एक लोगों का नाम जिन्हें नौकरी दी जाएगी उसे सरकार प्रकाशित करवाने का भी काम करेगी.
10 लाख लोगों को नौकरी देने का सम्राट चौधरी का वादा: सम्राट चौधरी ने राहुल गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि राहुल गांधी कब क्या करते हैं क्या नहीं करते हैं, वह किसी को पता नहीं चलता है. उन्हें डर है और उसी डर के कारण उन्होंने मंदिर जाना शुरू कर दिया है. जिस तरह से सनातन को लेकर मंदिर को लेकर वह बयानबाजी करते थे, बीजेपी नहीं होती तो वह मंदिर मंदिर कभी नहीं घूमते.
"अमेठी जहां से राहुल गांधी के दादा से लेकर परिवार के लोग चुनाव लड़ते रहे हैं, उस मैदान को उन्होंने छोड़ दिया है. अब समझ लीजिए किस तरह की राजनीति करते हैं. किस तरह से जनता उन्हें रिजेक्ट कर रही है. कहीं ना कहीं यही कारण रहा है कि वह अब पारिवारिक सीट को छोड़कर दूसरे जगह से जाकर चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन उससे भी उन्हें कोई फायदा होने वाला नहीं है."- सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री, बिहार
'जनता सिखाएगी सबक': सम्राट चौधरी ने कहा कि वह कहीं से भी चुनाव लड़ लें, कुछ भी कर ले अब वह चुनाव जीतने वाले नहीं है. वह खुद समझ गए हैं कि जनता उन्हें पूरी तरह से रिजेक्ट कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह की राजनीति वह पूरे देश में कर रहे हैं जनता सब कुछ जान चुकी है. इसीलिए ऐसे मैदान छोड़ने वाले लोगों को जनता पहले भी सबक सिखाई है और इस बार भी सबक सिखाने का काम करेगी.
तेजस्वी का 10 लाख नौकरी का वादा: 2020 में तेजस्वी यादव ने 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन आरजेडी सत्ता से दूर रह गई. उसके बाद 2022 में महागठबंधन की सरकार आई, जिसके बाद तेजस्वी यादव को बीजेपी ने उनके चुनावी वादे की याद दिलानी शुरू कर दी. हालांकि 17 महीने के कार्यकाल में बिहार में बंपर भर्तियां की गई. इसका क्रेडिट तेजस्वी यादव लेने में लगे हैं. लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान वे जनता को बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने अपना वादा निभाया.
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