संभल : नखासा थाना इलाके के मन्नी खेड़ा गांव में कूड़े के ढेर में दबी मिली नवजात बच्ची के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस से अविवाहित युवती और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि प्रेम संबंध के दौरान गर्भवती हुई युवती ने लोकलाज के भय से अपने प्रेमी के साथ मिलकर नवजात को जन्म देने के बाद दफन कर दिया था. रोने की आवाज सुनकर कुछ महिलाओं ने बच्ची को मिट्टी से खोद कर निकालने के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया था. जहां डाॅक्टर ने उसकी जान बचा ली और अब बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है.
बता दें, बीते तीन नवंबर को नखासा थाना इलाके के मन्नी खेड़ा गांव के बाहर कूड़े के ढेर में ग्रामीणों ने रोने की आवाज सुनकर कूड़े के ढेर से नवजात बच्ची को बरामद किया था. बच्ची की सांसें चलती देख ग्रामीणों ने पुलिस की मदद से जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां नवजात बच्ची को नया जीवन मिल गया. इस मामले में पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो चौंकने वाली कहानी सामने आई.
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एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि नखासा थाना क्षेत्र निवासी नरेंद्र नाम के शख्स का एक ग्रामीण के घर आना-जाना था. इसी दौरान आरोपी के नाजायज संबंध ग्रामीण की बेटी से हो गए. इसके बाद युवती गर्भवती हो गई. उसने यह बात किसी को नहीं बताई. प्रसव का समय आने पर युवती ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद युवती ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बच्ची को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. दोनों ने नवजात शिशु को जान से मारने की नीयत से जिंदा ही मिट्टी में दफना दिया था. आरोपी नरेंद्र और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया गया है. न्यायालय ने दोनों को जेल भेज दिया है.
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