लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव परिवार के साथ गर्मी की छुट्टियां मनाने लंदन गए हुए हैं. करीब एक सप्ताह तक लंदन में रहकर वह परिवार के साथ छुट्टियों का लुत्फ उठाएंगे. लंदन से वापस आने के बाद अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को एक बार फिर 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले मजबूत करते हुए समाजवादियों में उत्साह भरने का काम करेंगे.
1 जुलाई को है अखिलेश यादव का जन्मदिन: 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में करीब 10 सीटों पर उपचुनाव होना है. इसको लेकर अखिलेश यादव के सामने एक बड़ी परीक्षा उपचुनाव भी है. इसमें जीत को लेकर अखिलेश यादव अभी से मेहनत करने का काम शुरू करेंगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव का 1 जुलाई को जन्मदिन भी है. पार्टी कार्यकर्ता अखिलेश यादव के जन्मदिन को भव्य रूप से मनाते हुए पार्टी स्तर पर प्रदेश व्यापी कार्यक्रमों के सहारे समाजवादी पार्टी की हवा बनाने के लिए भी पूरी तरह तैयार दिख रहे हैं.
बेटी अदीति ने लोकसभा चुनाव में किया था प्रचार: दो दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने परिवार के साथ, जिनमें उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव और तीनों बच्चे अदिति, अर्जुन और टीना चुनाव की थकान उतारने लंदन गये हैं. लोकसभा के चुनाव में उनकी बेटी अदीति ने भी जमकर प्रचार किया था. इसमें उनकी पत्नी डिंपल यादव के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में और अखिलेश यादव के कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में भी चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी. लोकसभा चुनाव में मिली अपार सफलता से समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दोनों ही उत्साहित हैं.
10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बनेगी रणनीति: इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अब लगभग 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी समाजवादी पार्टी पूरे दम खम से चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है. उपचुनाव के लिए संभावित प्रत्याशियों की तलाश तेज हो गई है पार्टी स्तर पर जिन जनपदों में विधान सभा के उपचुनाव होने हैं, वहां बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वह संभावित प्रत्याशियों के नाम का पैनल तैयार करें. ज्यादातर सीटों पर जीते लोकसभा के सांसद पूर्व में विधायक रहे हैं और वह अपने परिवार जनों के लिए भी टिकट की आस लगाए बैठे हैं.
जनपद और मंडल स्तरीय पंचायत सम्मेलन होंगे: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लौटते ही उपचुनावों की सरगर्मी तेज हो जाएगी. अखिलेश के लंदन से लौटते ही 1 जुलाई के बाद ब्लॉक, जनपद और मंडल स्तरीय पंचायत सम्मेलनों का आयोजन भी किया जाएगा. जिन्हें पीडीए पंचायत का नाम दिया गया है. इनके माध्यम से एक बार फिर अखिलेश यादव अपने पीडीए फार्मूले को प्रदेश भर में लागू करेंगे. पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के तमाम लोगों से संवाद कर उनकी समस्याओं और उनके समाधान के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करने की रूपरेखा भी बनाई जाएगी.
समाजवादी पार्टी के सभी सांसदों का शपथ ग्रहण होगा: इसके साथ ही 24 जून से होने वाले लोकसभा के पहले सत्र में समाजवादी पार्टी के सभी सांसदों का शपथ ग्रहण भी होना है. इसके चलते अखिलेश 24 जून के आसपास पहले भारत लौट आएंगे. संसद में शपथ ग्रहण के बाद समाजवादी पार्टी की रणनीति को लेकर भी एक संसदीय बैठक दिल्ली में होनी है, जिनको खुद अखिलेश यादव संबोधित करेंगे और इस दौरान पार्टी की सदन में क्या स्ट्रेटजी रहे इसके लिए वरिष्ठ नेताओं से चर्चा भी करेंगे. सदन में पार्टी स्तर पर किन नेताओं को जिम्मेदारी देनी है इसको लेकर भी विस्तृत चर्चा होनी है जिसके लिए अखिलेश यादव की वरिष्ठ नेताओं से एक दौर की बातचीत भी हो चुकी है.
अब उन नामों पर सिर्फ मोहर लगनी बाकी है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद कहते हैं कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव विदेश से लौटने के बाद संसद सत्र में हिस्सा लेंगे. उन्हीं के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के सभी सांसद भी शपथ लेंगे. विदेश यात्रा से लौट के बाद अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के संगठन के पुनर्गठन की संरचना को भी पूरा करेंगे और जो पीडीए पंचायत के कार्यक्रम होने हैं. उनको लेकर भी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे. साथ ही समाजवादी पार्टी के संगठन मजबूती से जुड़े कार्यक्रमों को भी धार देंगे.