लखनऊ: यूपी में लोकसभा चुनाव 2024 में एक अनोखी सियासत देखने को मिल रही है. ये सियासय खात तौर पर प्रयागराज सीट पर सामने आई है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में इंडिया गठबंधन से प्रयागराज सीट कांग्रेस के खाते में गई है. लेकिन, इस सीट पर सपा के रेवती रमण सिंह सांसद रह चुके हैं.
वो इस बार अपनी तबीयत के चलते चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन, रेवती रमन अपने बेटे उज्ज्वल रमण सिंह को प्रयागराज से टिकट दिलाना चाह रहे थे. अब इंडिया गठबंधन के तहत ये सीट जब कांग्रेस के खाते में चली गई तो उज्ज्वल का चुनाव लड़ना मुश्किल हो रहा था.
इस बीच 23 मार्च को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे पीजीआई में भर्ती सपा के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह से मिलने पहुंच गए थे. उसी दिन से कयास लगाए जा रहे थे कि प्रयागराज लोकसभा सीट से रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ सकते हैं.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को उज्ज्वल रमण सिंह ने अपने पूरे कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
वह इंडिया गठबंधन के बैनर तले इलाहाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. इस अवसर पर कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि उज्ज्वल ब्राह्मण और हम दोनों लोग दूसरे पीढ़ी के नेता हैं. इनके पिता रेवती रमण और मेरे पिता प्रमोद तिवारी ने लंबे समय तक राजनीति की है.
आज दोनों परिवारों की विरासत आपस में जुड़ रही है. उत्तर प्रदेश में भाजपा से लड़ने के लिए समाजवादी और कांग्रेस का जो गठबंधन हुआ है, वह प्रयागराज की धरती पर मजबूती के साथ जुड़ा है. मजबूती से भाजपा का मुकाबला किया जाएगा.
राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि आज मुझे खुशी है रेवती रमन सिंह के पुत्र जिन्होंने राजनीति के साथ सामाजिक जीवन में अपनी एक जगह बनाई है. विधायक के साथ-साथ मंत्री में रह चुके और प्रशासन का एक अच्छा तजुर्बा नेताजी के साथ मिला. आज उनका कांग्रेस परिवार में स्वागत करता हूं.
मुरली मनोहर को हरा चुके हैं रेवती रमण सिंह: समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह के पुत्र व समाजवादी पार्टी के गद्दार नेता उज्ज्वल रमण सिंह प्रयागराज की करछना विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे हैं. उनके पिता रेवती रमण सिंह इसी विधानसभा सीट से आठ बार विधायक रहे हैं.
इसके अलावा इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद भी रह चुके रेवती रमण सिंह ने भाजपा के कद्दावर नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी को पराजित किया था. सपा के बड़े नेताओं में शामिल रेवती रमण एक बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं.
मौजूदा समय में इलाहाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहीं रीता बहुगुणा जोशी सांसद हैं. हालांकि भाजपा की तरफ से अभी तक इलाहाबाद सीट से उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया है.
उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि आज देश की जो स्थिति बनी है, उससे लोगों को दिख रहा है कि संविधान खतरे में है. जनतंत्र खतरे में है. इसके लिए इंडिया गठबंधन ने जो फैसला लिया है, उसी कड़ी में मेरा यह फैसला है कि प्रयागराज की धरती पर भाजपा को शिकस्त देने के लिए, उसकी जो नीति है जो उसकी विचारधारा है हमारा उसका विरोध है.
हम विचारधारा का विरोध करते हैं. हम उनके नीति और कार्यक्रम का विरोध करते हैं. इसलिए आज हम लोग आपस में जुड़े हैं. हम कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन लड़के अध्यक्ष राहुल गांधी का और प्रियंका गांधी का साथ-साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का धन्यवाद देता हूं.
उज्ज्वल रमण सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय से की है लॉ की पढ़ाई: उज्ज्वल रमण सिंह भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, वह 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर करछना से विधायक चुने गए थे. उनके पिता इस सीट को छोड़कर सांसद बन गए थे. 2005 से 2007 तक मुलायम सिंह यादव की सरकार में पर्यावरण मंत्री के रूप में काम किया था.
इसके बाद साल 2017 के विधानसभा चुनाव में वह करछना से दोबारा विधायक चुने गए. उनकी जीत उनकी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि वह इलाहाबाद और आसपास के निर्वाचन क्षेत्र में समाजवादी पार्टी से जीतने वाले एकमात्र विधायक थे. उज्ज्वल रमण सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई की है.