नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के 10 दिन 10 महिला अध्यक्ष के अभियान के तहत मंगलवार को सत्यवती कॉलेज की छात्रा साक्षी पटेल ने नवरात्र के पहले दिन एक दिन की डूसू महिला अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला. इस दौरान साक्षी पटेल ने बताया कि मैंने डूसू अध्यक्ष के रूप में छात्र हित में डीयू के सभी कॉलेजों में तीन सुविधाएं बढ़ाने की मांग करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए हैं.
साक्षी पटेल ने बताया कि इनमें पहला प्रस्ताव यह है कि हर कॉलेज में किताबों का एक बैंक बने, जहां से छात्रों को अपनी आवश्यकता अनुसार पढ़ाई के लिए किताबें उपलब्ध हो सके. दूसरी मांग है कि एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज को बढ़ाया जाए, जिसमें छात्र-छात्राएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले सकें. तीसरी मांग यह है कि हमारी कक्षाओं के बीच में जो गैप रहता है उस गैप को कम किया जाए, जिससे विद्यार्थियों का समय खराब ना हो.
पदभार ग्रहण करने के बाद साक्षी ने सबसे पहले सभी को नवरात्र के पहले दिन नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए डूसू छात्र संघ अध्यक्ष तुषार खेड़ा का 10 दिन 10 डूसू महिला अध्यक्ष बनाने की पहल के लिए आभार जताया. डूसू की ओर से 10 महिला अध्यक्ष चुनी गई छात्राएं अलग-अलग कॉलेज और अलग-अलग राज्यों से संबंध रखती हैं.
विश्व छात्र संघ अध्यक्ष तुषार डेरा ने बताया कि इन 10 छात्राओं में दो मुस्लिम छात्राएं भी शामिल हैं, जिन्होंने ईद के बाद पद बाहर ग्रहण करने की इच्छा जताई है. उनकी सुविधा के लिए हमने शेड्यूल में उनको ऐड के बाद ही कार्यभार सौंपने की तारीख तय की है. अभी शेड्यूल पूरी तरह से फाइनल नहीं हुआ है. एक दो छात्राएं दिल्ली से बाहर हैं तो उनकी उपलब्धता के आधार पर ही उनका पद भार ग्रहण करने का दिन तय किया जाएगा तब तक जो छात्राएं उपलब्ध हैं वह क्रमवार पदभार ग्रहण करती रहेगी.
उल्लेखनीय है कि साक्षी पटेल डीयू के सत्यवती कॉलेज (मॉर्निंग) में बीए कार्यक्रम के तीसरे वर्ष की छात्रा हैं. साक्षी मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के एक गाँव से हैं. साक्षी ने बताया कि मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि सादगी और कड़ी मेहनत पर आधारित है. मेरे पिता खेती करते हैं और माँ आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) में पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने एक दिन की डूसू महिला अध्यक्ष के रूप में चयनित होने पर कहा था कि देश के प्रतिष्ठित दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ में मुझे एक दिन की अध्यक्ष बनने का अवसर मिलने जा रहा है. इसके लिए बहुत खुश हूं. यह एक अच्छी पहल है.