अयोध्या: लोकसभा में राहुल गांधी के दिए गए बयान, हिंदु हिंसा और नफरत फैलाते हैं, इसको लेकर साधु संतों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को अयोध्या के बड़ा भक्तमाल मंदिर में एकत्र हुए प्रमुख मंदिरों के महंतों ने निंदा प्रस्ताव पास करते हुए एक मत से निर्णय लिया है, कि यदि राहुल गांधी संसद में माफी नहीं मांगते, तो आगामी कुंभ में यह मुद्दा एक विकराल रूप धारण करेगा. संत समाज पूरे देश में कांग्रेस के विरुद्ध मुहिम चलाकर बताएंगे, कि कांग्रेस किस तरह से हिंदू और सनातन धर्म के विरुद्ध विषवमन कर रही है. संतों ने कहा, जिस तरह से शिवजी का चित्र लेकर राहुल गांधी ने हिंदुओं पर आरोप लगाया है, वह अत्यंत निंदनीय है और किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है.
संतो का नारा.. जो कांग्रेस का साथी, वह हिंदू नहीं: बड़ा भक्त महल मंदिर के महंत अवधेश दास ने कहा, कि माफी मांगने से काम नहीं चलेगा. गले में पत्थर टांग कर राहुल गांधी को जगह-जगह घूमना पड़ेगा. अगर ऐसा नहीं करते हैं, तो अयोध्या का संत समाज ही नहीं पूरे देश का संत समाज कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेगा और कांग्रेस की वास्तविकता को उखाड़ कर फेंक देगा. संत समाज कुंभ के मेले में और हर जगह यही आवाज उठाएगा, कि सभी लोग कांग्रेस से नाता तोड़ो. जो कांग्रेस को वोट देगा, वह हिंदू नहीं होगा.
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राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समाज का किया है अपमान: सरयू नित्य आरती के महंत शशिकांत दास ने कहा संसद में जो राहुल गांधी ने बयान दिया था. अयोध्या वासी और सारे संत महंत इससे काफी आहत है. हिंदू हमेशा सर्वे भवंतु सुखिना का भावना रखने वाला है. एक तरफ आप मंदिर में जाकर पूजा कर रहे हैं, जनेऊ धारण कर रहे हो, मस्तक पर चंदन लगा रहे हो और अब उसी संसद में जाकर नेता विपक्ष बन गए तो आप हिंदुओं को हिंसक बता रहे हो. इससे बड़ा हिंदुओं का अपमान क्या होगा. निश्चित रूप से अयोध्या का यह समाज चाहता है, कि हिंदू समाज सनातन धर्म को मानने वाला है. हर समाज चाहता है, कि वह क्षमा मांगने और इस संसद में जिस संसद में उन्होंने हिंदुओं का अपमान किया गया है उसी संसद में हाथ जोड़कर सभी लोगों से क्षमा मांगे. नहीं तो इसका घोर विरोध होगा. आने वाले कुंभ में इसका विराट रूप होगा.
तेरा भाई त्यागी के महंत बृजमोहन दास ने कहा, यदि वह उसी संसद में क्षमा नहीं मांगते हैं तो, हम हिंदू संत समाज इस विषय को लेकर पूरे देश में घूमेंगे और पूरे देश के हिंदुओं को चैतन्य करेंगे. आज हम सबको हिंसक कह रहे हैं, और आने वाले दिनों में किसी और को हिंसक कहेंगे राहुल गांधी को उसे मंदिर में हिंसक नहीं कहना चाहिए था और वह कहीं भी कहते वह दुख की बात नहीं थी आने वाले कुंभ के महा पर्व पर यह मुद्दा जरूर उठेगा संत समाज की मीटिंग होगी और पूरा संत समाज इस विषय पर उतरेगा.
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