सागर: हर साल मानसून आते ही पर्यावरण संरक्षण के नाम पर पौधारोपण के कई सरकारी, गैर सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. सोशल मीडिया पर पौधा रोपते हुए की सेल्फी की बाढ़ आ जाती है. लेकिन पौधरोपण के ऐसे कार्यक्रम अक्सर खाली दिखावा भर साबित होकर रह जाते हैं. न तो पौधे रोपने वाला उन्हें दोबारा मुड़कर देखता है और न ही कार्यक्रम आयोजित करने वाले आयोजक पौधों के विकास की चिंता करते हैं. पेड़ लगाने की खानापूर्ति से बचने के लिए 'विचार' संस्था ने शानदार पहल की है. संस्था 'नीम लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान' चलाने जा रही है. जिसके तहत नीम का पेड़ लगाकर डेढ़ साल तक उसकी देखभाल करने वाले को टीवी, फ्रिज, आटा चक्की जैसे कई आकर्षक इनाम दिए जाएगें.
नीम लगाओ आकर्षक इनाम पाओ
विचार संस्था ने "नीम लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान" से जनता को जोड़ने के लिए आकर्षक इनाम प्रतियोगिता रखी है. प्रतियोगिता के तहत 12 हजार नीम के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए पौधा लगाने वाले व्यक्ति को संकल्प पत्र भरना होगा. जिसमें उसको इस बात का संकल्प लेना होगा कि वह सिर्फ पौधा ही नहीं लगाएगा बल्कि उसकी देखभाल भी करेगा. प्रतियोगिता के तहत 25 नवंबर 2025 तक चार बार पौधे की वृद्धि का रिकॉर्ड लिया जाएगा और उसके आधार पर पुरस्कार का वितरण किया जाएगा. संस्था ने इसके लिए कई आकर्षक इनाम रखे हैं जिसमें फ्रिज, स्मार्ट टीवी, आटा चक्की, मिक्सर जैसे पुरस्कार हैं. इसके अलावा सांत्वना पुरस्कार के रूप में पानी की बॉटल और टिफिन दिया जाएगा.
कैसे होगा विजेताओं का चयन
प्रतियोगिता में विजेताओं का चयन डेढ़ साल में चार बार पौधे के माप और परिक्षण के बाद किया जाएगा. पहली बार पौधा लगाते समय ही पौधे की नाप यानि उसकी उंचाई और विकास को लिया जाएगा. फिर 15 नवंबर को पौधे के विकास को मापा जाएगा. इसके बाद 15 मई 2025 और 16 नवंबर 2025 को पौधे की वृद्धि का रिकॉर्ड लेकर प्रतियोगिता के विजेताओं का चयन किया जाएगा. विजेता प्रतियोगी को साल के आखिरी में यानि 25 दिसंबर 2025 को पुरस्कार का वितरण किया जाएगा.
नीम का पौधा ही क्यों
नीम का पौधे लगाने के अभियान को लेकर 'विचार' संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया का मानना है कि, नीम हमारे पर्यावरण के अनुकूल है. यह पर्यावरण शुद्धि के साथ-साथ तापमान को कम करने का काम करता है. इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी होते हैं. खास बात यह है कि नीम के पेड़ की कोई भी चीज अनुपयोगी नही होती है. नीम के पेड़ के फूल, बीज, पत्ते और छाल कई तरह से हमारे उपयोग में आते हैं. कई तरह की बीमारियों में नीम का औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है. इसके अलावा खान-पान में भी नीम का विशेष महत्व है.
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आम लोगों को पर्यावरण से जोड़ने की पहल
विचार संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत बताती है कि, ''नीम लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान हमारे संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया के मन में आया विचार है. वह हर साल पौधरोपण करते हैं और पौधों की देखभाल भी करते हैं. आम लोगों को इस अभियान से जोड़ने के लिए उनके मन में विचार आया कि हम पौधे लगाने की प्रतियोगिता आयोजित कर आकर्षक पुरस्कार रखें तो लोग जुड़ेंगे. खासकर बच्चे प्रतियोगिता से आकर्षित होकर पर्यावरण का महत्व समझेंगे.' उन्होंने बताया कि, 'हमने पथरिया के एक स्कूल में पौधारोपण किया तो बच्चों ने उत्साह के साथ उनके देखभाल की जिम्मेदारी ली. प्रतियोगिता के विजेता के चयन के लिए हर पौधे पर एक तख्ती लगाई गई है और डेढ़ साल में चार बार पौधे की वृद्धि का रिकॉर्ड लेकर विजेताओं का चयन किया जाएगा.''