सागर। पंडित देवप्रभाकर शास्त्री दद्दाजी के परम शिष्य और कथावाचक पंडित केशव गिरी महाराज ने पैदल नर्मदा परिक्रमा के बाद नर्मदा नदी की दुर्दशा और तेजी से कट रहे पेड़ों के कारण नर्मदा को हो रहे नुकसान से चिंतित होकर मां नर्मदा संरक्षण के लिए से एक अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत 5 हजार घरों में नर्मदा जल पहुंचाने के साथ-साथ नदियों का कटाव रोकने पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. नर्मदा जल के साथ पंडित केशव गिरी लोगों को नवग्रह वाटिका के पौधे वितरित करेंगे और पोस्टकार्ड अभियान के जरिए सबसे अपील करेंगे कि सनातन धर्म के पूज्यनीय वृक्षों को लगाकर पर्यावरण संरक्षण करें, ताकि नदियों का कटाव भी रूके.
मां नर्मदा की दुर्दशा ने किया चिंतित
चार हजार किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा कर गृहनगर लौटे दद्दा जी के शिष्य और राम दरबार के महंत गृहस्थ संत केशव गिरी महाराज नर्मदा नदी के किनारे पैदल चले, तो उन्हें कई जगह नर्मदा नदी दूषित और नदी की धार टूटती नजर आयी. इस बात से व्यथित पंडित केशवगिरी महाराज ने परिक्रमा के दौरान ही तय कर लिया कि परिक्रमा पूरी करने के बाद मां नर्मदा के शुद्धिकरण, साफ-सफाई और संरक्षण के उद्देशय से एक अभियान शुरू करेंगे.
पूरे देश में चलेगा पोस्टकार्ड अभियान
पंडित केशवगिरी महाराज 11 जून से अभियान की शुरूआत कर रहे हैं. अभियान को सिर्फ सागर शहर हीं नहीं, बल्कि गृहस्थ संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी शिष्य मंडल के सहयोग से देश भर में चलाया जाएगा. जिसके तहत करीब पांच हजार घरों में नर्मदा जल भेजा जाएगा और लोगों को सनातन धर्म के पूज्यनीय पेड, जिनसे नवग्रह वाटिका तैयार होती है, उन्हें लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके साथ ही पूरे देश में पोस्टकार्ड अभियान चलाया जाएगा.
समर्थ दादा गुरू से प्रभावित है पंडित केशव गिरी
पंडित केशव गिरी महाराज ने बताया कि ''जबलपुर में संत समर्थ दादा गुरु करीब तीन साल से ज्यादा समय से नर्मदा जल पर जीवन निर्वाह कर रहे हैं. मां नर्मदा की सेवा के लिए बिना अन्न या फलाहार के बाद भी वो तीन साल बीत जाने के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ हैं. परमपूज्य ब्रह्मलीन संत दद्दा जी और दादागुरू की प्रेरणा और मां नर्मदा की महिमा के प्रभाव से मैंने भी मां नर्मदा के संरक्षण के लिए अभियान की शुरूआत की है.'' पंडित केशव गिरी महाराज कहते हैं कि ''नर्मदा संरक्षण के लिए जरूरी है कि रेत का खनन बंद किया जाए. क्योंकि नदी नहीं, तो सदी नहीं, जल है तो कल है. मध्य प्रदेश और भारत सरकार से शीघ्र कार्रवाई के लिए अपील करेंगे.''
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बरमान घाट पर आश्रम बनाकर चलाएंगे अभियान
मां नर्मदा संरक्षण अभियान के तहत बरमान घाट पर आश्रम बनाने की भी तैयारी की जा रही है. महंत केशवगिरी ने बताया कि ''मां नर्मदा के भक्त जन जागरण अभियान के तहत सांकेतिक उपवास करेंगे. जिसमें हजारों नर्मदा भक्तों के सहयोग से मां नर्मदा बचाओ आंदोलन किया जाएगा. मां नर्मदा जल संरक्षण व स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बरमान तट हर माह सफाई अभियान चलाया जाएगा. साथ ही संत द्वारा पार्थिव शिवलिंग निर्माण और मां नर्मदा की कथा सुनाई जाएगी. बरमान घाट पर मां नर्मदा भक्त मंडल द्वारा नर्मदा परिक्रमावासी को भोजन की व्यवस्था की जाएगी.''