सागर: सेंट्रल यूनिवर्सिटी सागर की कुलपति प्रोफेसर डॉ नीलिमा गुप्ता को मानद कर्नल रैंक और कर्नल कमांडेंट पद से विभूषित किया गया. मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के एडीशनल डायरेक्टर मेजर जनरल ए के महाजन और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में पिपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया.
स्वर्ण जयंती समारोह में हुआ समारोह
डॉ. हरीसिंह गौर यूनिवर्सिटी सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता को शुक्रवार को मानद कर्नल रैंक और एनसीसी के कर्नल कमांडेंट पद से विभूषित किया गया. यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली सभागार में ‘पिपिंग सेरेमनी’ (Pipping Ceremony) में कुलपति को सम्मानित किया गया. एनसीसी निदेशालय (मप्र-छत्तीसगढ़) के एडीशनल डायरेक्टर मेजर जनरल ए के महाजन के मुख्य आतिथ्य और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कन्हैयालाल बेरवाल की उपस्थिति में कुलपति को औपचारिक रूप से कर्नल रैंक से विभूषित किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग परिसर में ‘शिवाजी ऑब्सटेकल कोर्स’ का उद्घाटन भी किया गया. इस खास मौके पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, शोधार्थी, एनसीसी के अधिकारी और एनसीसी कैडेट्स मौजूद रहे.
एनसीसी को आगे बढ़ाने में अहम योगदान
इस अवसर पर एनसीसी के एडीशनल डायरेक्टर मेजर जनरल ए के महाजन ने कहा कि 'बडे गर्व की बात है कि आज मुझे सागर यूनिवर्सटी आने का मौका मिला और प्रोफेसर डाॅ नीलिमा गुप्ता को सम्मान के रूप में कर्नल की रैंक प्रदान कर सका. प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता का एनसीसी को आगे बढ़ाने में काफी अच्छा योगदान रहा है. हमें पूरा यकीन है कि कर्नल की रैंक मिलने के बाद प्रो. नीलिमा गुप्ता एनसीसी को बढ़ावा देने और कैडेट को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बुनियादी सुविधाएं बढ़ाने का काम करेंगी. ये कुलपति के लिए सम्मान नहीं दिया जाता है. ये उनके एनसीसी के प्रति किए जाने वाले कार्य के लिए दिया जाता है. इसलिए मैं उनको बधाई देना चाहूंगा.'
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एनसीसी के जरिए स्टूडेंट्स को बनाएंगे काबिल
सागर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. डॉ नीलिमा गुप्ता ने कहा कि 'एनसीसी की तरफ से जो मुझे सम्मान दिया गया. इससे मेरी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी और एनसीसी के प्रति बढ़ी है. मेरी चर्चा हुई है कि अब हम एनसीसी को नई दिशा दिखाएंगे. मुझे ये अच्छी बात लगी कि पंख तो एनसीसी देती है, उन्हें उड़ना खुद ही होता है. मैं चाहती हूं कि अपनी यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं को एनसीसी के माध्यम से इतना काबिल बना दें कि वो आने वाले समय में देश में अपनी अलग पहचान बना सकें. डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय ने एक संकल्प लिया है कि वो एनसीसी के जरिए छात्र-छात्राओं में अनुशासन और देश प्रेम की भावनाओं को जगाएगी. इसी के साथ मेरा विशेष संकल्प रहेगा कि यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं को कैसे और आगे एनसीसी में प्रमोट करें, ताकि आगे जाकर हमारे छात्र-छात्राओं की इसी तरह का सम्मान मिले.'