सागर: बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के हेड डॉ. सर्वेश जैन एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में आ गए हैं. कहा जाता है कि वे एक सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद सरकार की नीतियों और अनियमितताओं पर मुखर होकर बोलते हैं. खासकर शहर में बढ़ रही कुत्तों की संख्या को लेकर काफी मुखर रहते हैं. ऐसा ही एक बयान उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में आवारा कुत्तों की भरमार पर दिया है और कहा है कि "मेडिकल कॉलेज को डाॅग सेंचुरी बना दिया जाए."
कैंपस में घूमते आवारा कुत्तों से परेशान
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स, टीचर और डॉक्टर तक कैंपस में घूमते आवारा कुत्तों से परेशान हैं. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा कई बार इसकी शिकायत की गयी है, लेकिन इस पर काबू नहीं पाया जा सका. इस पर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. सर्वेश जैन ने कहा कि "यहां पर हम असुरक्षित तो हैं ही, बल्कि यहां इलाज कराने वाले मरीज भी सुरक्षित नहीं है.
पिछले दिनों कनेरादेव गांव की एक महिला संध्या लोधी अपने बच्चे को जुकाम का इलाज कराने आयी और उसके बच्चे को कुत्ते ने काट लिया. अब वह रेबीज के इंजेक्शन लगाने भटक रही है. इसलिए मैंने बाकायदा केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र सिंह यादव को चिट्ठी लिखकर मेडिकल कॉलेज को डाॅग सेंचुरी बनाने की मांग की है."
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'नगर निगम को देंगे नोटिस'
डाॅ. सर्वेश जैन का कहना है कि "नौकरी के खतरे से बड़ा हमारे जिंदगी को खतरा है, क्योंकि जिस मेडिकल कॉलेज में मैं नौकरी करता हूं. वहां इतने बेतहाशा कुत्ते हैं कि वो मुझे किसी दिन काट लेंगे और मुझे रेबीज हो जाएगा. जहां जिंदा रहना मुश्किल है, वहां हम नौकरी की फिक्र कैसे करें."
उन्होंने आगे कहा कि "नगर निगम को हम टैक्स देते हैं और उसके बदले में नगर निगम को हमें सेवा देना चाहिए. वे सेवा न देकर उपभोक्ता कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. मैं उनको जल्द नोटिस देने वाला हूं कि टैक्स वसूलने तो आप मेरे घर आ जाते हो, लेकिन सेवाएं देने के मामले में पीछे क्यों रहते हो."