सागर। शहर के मोती नगर थाना क्षेत्र में जघन्य हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में भाजपा नेता मस्तराम घोषी, उनके परिजन और साथियों ने एक युवक को अगवा कर बेरहमी से पीटा और मरणासन्न अवस्था में परिजनों के हवाले कर दिया. युवक ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया लेकिन आरोपियों ने मृतक के परिजनों को ऐसा धमकाया कि उन्होंने पुलिस को बिना सूचना दिए मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया. हालांकि पुलिस को घटना के बारे में जानकारी मिल गई और पुलिस ने जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने 12 आरोपियों में से आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.
क्या है मामला
दरअसल 28 फरवरी को मोती नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि कनेरा देव गांव में कोई झगड़ा हो गया है. पुलिस ने गांव पहुंचकर ग्राम वासियों से पूछताछ की, तो पता चला की 40 साल के निर्मल पटेल की मौत हो गई है. पुलिस ने जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की तो मृतक के बड़े भाई धनीराम पटेल ने बताया कि ''कनेरा देव निवासी पप्पू घोड़ी ने निर्मल पटेल को अपने ऑफिस में बुलाकर उसके साथ मारपीट की और उसको छोड़ने के एवज में परिवार से पैसों की मांग की. पप्पू घोड़ी और उनके साथियों ने लात घूसों और डंडे से मारपीट कर निर्मल की हत्या कर दी और उन्हें डराया धमकाया भी.''
डर के चलते पुलिस को नहीं दी सूचना
परिजनों के बयान और जांच के बाद मोती नगर पुलिस ने मार्ग कार्यम कर मामले की जांच शुरू की. मृतक की परिजन और घटना के वक्त मौके पर मौजूद लोगों के कथन और साक्ष्य के आधार पर पाया कि मृतक निर्मल पटेल का भाजपा नेता मस्तराम घोड़ी और उनके परिवार के लोगों के अलावा कल 12 लोगों ने मिलकर अपहरण किया, उसके साथ मारपीट की. आरोपियों ने मृतक के परिजनों को डराया धमकाया कि पुलिस में रिपोर्ट की तो तुम्हारे परिवार के और भी लोगों का यही हशर होगा.
पुलिस को सूचना दिए बिना कर दिया अंतिम संस्कार
मृतक के बड़े भाई धनीराम पटेल से मृतक को छोड़ने के एवज में ₹6 लाख की फिरौती भी मांगी गई. इसी डर और दबाव के कारण मृतक के परिजनों ने मृतक का पोस्ट मार्टम नहीं कराया और ना ही पुलिस को सूचना दी. एसपी सागर अभिषेक तिवारी ने बताया कि ''इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मोती नगर थाना में हत्या और अन्य संगीत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है. पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया.''