बलरामपुर: रामानुजगंज के वाड्रफनगर में शिविल अस्पताल में मरीज की मौत पर जमकर बवाल हुआ. नाराज परिजनों ने डॉक्टर के साथ धक्कामुक्की की भी कोशिश की. मरीज के परिजन जब डॉक्टर और नर्सों के साथ बदसलूकी पर उतर आए तो नाराज डॉक्टरों और नर्सों ने ओपीडी बंद कर दिया. ओपीडी बंद होते ही इलाज कराने आए मरीज परेशान होकर अस्पताल में भटकने लगे. नर्सों और डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल में आए दिन हंगामा होता रहता है. अस्पताल के भीतर पुलिस सहायता केंद्र खोला जाना चाहिए. हंगामे की पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी में कैद हुई है.
मरीज की मौत पर अस्पताल में बवाल: मृतक मरीज के परिजनों का कहना है कि अनिल जायसवाल को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. रविवार की सुबह को डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की मौत हो गई है. मौत की खबर सुनते ही परिजन भड़क गए. नाराज परिजनों ने अस्पताल में गाली गलौच शरु कर दिया. परिजनों का कहना था कि ड्यूटी डॉक्टर प्रशांत सिंह ने गलत इलाज किया जिसके चलते मरीज की मौत हो गई.
पेट में दर्द होने पर एक मरीज को अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था. इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई. मरीज की मौत के बाद परिजन भड़क गए. ड्यूटी डॉक्टर प्रशांत सिंह का कॉलर पकड़कर उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की गई. गाली-गलौच और दुर्व्यवहार किया गया. भविष्य में अगर तरह की घटनाएं दोबारा हुई तो वो इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर देंगे. - डॉ शशांक गुप्ता, BMO, वाड्रफनगर
नाराज डॉक्टरों और नर्सों ने बंद किया ओपीडी: आरोप है कि नाराज परिजन जब अस्पताल में हंगामा कर रहे थे उस दौरान उन्होने जमकर बवाल काटा. डॉक्टरों और नर्सों के साथ गाली गलौच और बदमतीजी की शिकायत की गई. आरोप है कि ड्यूटी डॉक्टर के साथ हाथापाई की भी कोशिश की गई. मरीज के परिजन जब बेकाबू हो गए तब नर्सों और डॉक्टरों ने ओपीडी बंद कर अपना विरोध जताया. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में अगर इस तरह की घटनाएं दोबारा हुई तो वो इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर देंगे.