लखनऊ: शुक्रवार को नगर निगम में 2024-25 पहला सदन काफी हंगामेदार रहा. बीजेपी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के पार्षदों ने जमकर एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए हंगामा किया. शहर में कूड़ा उठाने वाली कंपनी के कामकाज को लेकर बीजेपी के पार्षद दो धड़ों में बंट गए. बीजेपी पार्षदों ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशियों से कंपनी डोर टू डोर कूड़ा उठवाने का काम कर रही है. वहीं शहर भर में बिना लाइसेंस के चल रहे रेस्टोरेंट और बार पर भी कार्रवाई करने लेकर सदन में हंगामा हुआ. शुक्रवार को नगर निगम में जैसे ही सदन की बैठक शुरू हुई. कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों के बीच जोर दार बहस होने लगी.
कांग्रेस पार्षद मनीषा चौधरी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पार्षद उन्हें बोलने नहीं दे रहे हैं. इसको लेकर कांग्रेस पार्षद मेयर सुषमा खरकवाल और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के पास तक पहुंच गईं. इसके बाद अन्य कांग्रेस पार्षदों ने भी अपनी साथी पार्षद के समर्थन में सदन में हंगामा किया. कांग्रेस पार्षद मुकेश चौहान ने कहा कि शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं. पटेल नगर की ओर जाने वाली सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे हैं. उन्होंने सदन में गड्ढे भरी सड़कों के पोस्टर भी लहराए. वहीं लखनऊ में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी रैमकी कंपनी के कामकाज पर बीजेपी पार्षदों ने सवाल उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि रैमकी कंपनी दोगुनी राशि लोगों से वसूल रही है. सिर्फ दो दिन ही कंपनी सफाई करने की बात कह रही है. ऐसे में इसकी जांच करवाई जाए.
वहीं कुछ पार्षदों ने कहा कि रैमकी कंपनी बांग्लादेशियों से सफाई करवाती है. यह सुन कुछ अन्य बीजेपी पार्षद अपने ही दल के पार्षदों से भिड़ गए. इसके बाद सदन में GIS करवाने वाली कंपनी कर केस दर्ज करने की भी मांग की गई. पार्षदों ने नगर निगम के अफसरों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. वहीं मेयर सुषमा खर्कवाल ने सदन में कहा कि दिवाली से पहले हर वार्ड में 25-25 स्ट्रीट लाइट लगा दी जायेंगी.