चित्तौड़गढ़. आकोला थाना क्षेत्र में अज्ञात वाहन की टक्कर से एक युवक की मौत के मामले ने शनिवार को तूल पकड़ लिया. दुर्घटना स्थल और मृतक की स्थिति को देखते हुए दुर्घटना को सस्पेक्टेड बताते हुए परिवार के लोग उखड़ गए. बड़ी संख्या में समाज के लोग परिजनों के साथ थाने पहुंचे और थाने घेराव कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. इस दौरान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. वहीं, एक संदिग्ध को डिटेन करने के बाद लोगों ने शव उठाया.
दरअसल, शुक्रवार को ताणा और कीर की चौकी के बीच अज्ञात वाहन के टक्कर से बाइक सवार की मौत के बाद पुलिस ने शव अज्ञात मानते हुए आकोला मोर्चरी में रखवाया, लेकिन देर रात बॉडी को भूपाल सागर अस्पताल की मोर्चरी पहुंचा दिया गया. मृतक युवक का शव सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कपासन से कुछ लोग पहुंचे, जिन्होंने उसकी शिनाख्त कपासन निवासी 25 वर्षीय अमित पुत्र मुन्ना खटीक के रूप में की. पुलिस ने दुर्घटना में मौत होना बताया, जबकि बाइक और दुर्घटना स्थल की स्थिति देखने के बाद परिजन इसे हत्या का मामला मानते हुए अकोला पुलिस थाने पहुंच गए और समाज के लोगों के साथ घेराव करते हुए प्रदर्शन किया.
जानकारी होने पर तहसीलदार अंकित सामरिया, पुलिस उपाधीक्षक कपासन अनिल सारण, भूपालसागर थाना अधिकारी के साथ आकोला थानाधिकारी भगवत सिंह मय जाप्ता के अलावा चित्तौड़गढ़ पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता मौके पर भेजा गया. मृतक के चचेरे भाई राजू खटीक का आरोप था कि हत्या के बाद मामले को दुर्घटना का रूप दिया गया. बाइक पूरी तरह से पिचकी हुई थी. हत्या के बाद बाइक को किसी भारी वाहन से तोड़ा गया, ताकि दुर्घटना का रूप दिया जा सके. पप्पू लाल पुत्र उदय लाल खटीक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि अमित बाइक लेकर अपनी होटल के लिए निकला था.
उसके शरीर पर किसी प्रकार का खरोच का निशान नहीं था, केवल मुंह पर गहरी चोट आई, जिससे प्रतीत होता है कि मर्डर के बाद इस घटना को नियोजित तरीके से एक्सीडेंट का रूप दिया गया. अपनी रिपोर्ट में उन्होंने चोरवडी निवासी दिनेश पुत्र दौलत राम मेनारिया पर शंका जाहिर करते हुए कहा कि 2 महीने पहले भी कुछ लोगों ने अमित का अपहरण कर लिया था, जिसकी रिपोर्ट कपासन पुलिस थाने में दर्ज है.
थाना प्रभारी भगत सिंह बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच के साथ एक आरोपी को डिटेन किया गया है. परिजनों द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर गहनता से जांच करने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद परिजन शव उठाने को तैयार हुए. बाद में परिवार के लोगों के साथ समाज के लोग भूपाल सागर पहुंचे, जहां पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव उन्हें सौंप दिया, जिसे लेकर वे कपासन रवाना हो गए.