कोटा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख और सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत बुधवार को कोटा जंक्शन पहुंचे, जहां से वे बारां पहुंचे. संघ प्रमुख को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) सिक्योरिटी मिली हुई है. ऐसे में उनके प्लेटफार्म पर पहुंचने के पहले ही सुरक्षा जांच भी की गई. संघ प्रमुख भागवत के चारों तरफ व रेलवे स्टेशन के बाहर, एक व दो नंबर प्लेटफार्म और छत पर भी हथियारबंद सुरक्षाकर्मी, कमांडो व सादा वस्त्र धारी जवान तैनात थे.
उनकी सुरक्षा की दृष्टि से फूल कारगेट और बुलेटप्रूफ गाड़ी मुहैया कराई गई. इसके बाद संघ प्रमुख बारां पहुंच गए और इसके बाद वे 3 से लेकर 5 अक्टूबर तक चित्तौड़ प्रांत और पश्चिम क्षेत्र राजस्थान के संबंध में विभिन्न स्तर की बैठकें लेंगे, जिसमें संघ के अनुषांगिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी शामिल होंगे. यहां तक कि बड़े नेता भी उनसे जाकर मुलाकात कर सकते हैं. प्रदेश के मंत्री और राजनीतिक हस्तियां भी इस दौरान संघ प्रमुख से जाकर मिल सकती हैं.
संघ के पुराने स्वयंसेवक और उनके परिवार से भी कर सकते हैं मुलाकात : संघ प्रमुख बारां दौरे पर स्थानीय धार्मिक स्थलों का दौरा भी कर सकते हैं. भागवत की अधिकांश बैठकें संस्था धर्मादा धर्मशाला और पुरानी सिविल लाइंस स्थित संघ कार्यालय में आयोजित की जाएंगी. इसके अलावा संघ प्रमुख बारां जिले में ही कई लोगों के घर पर मुलाकात और भोजन के लिए जा सकते हैं. कई पुराने स्वयंसेवकों और उनके परिवार से भी मिलेंगे. इन इलाकों के भी काफी सघन तलाशी सिक्योरिटी टीम ने ली है. दूसरी तरफ संघ प्रमुख की सुरक्षा को लेकर बारां एसपी के साथ-साथ कोटा रेंज आईजी और अन्य अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं. डीएसबी, सीआईडी इंटेलिजेंस से लेकर आईबी, रेलवे इंटेलिजेंस सतर्क होकर काम में जुटी हुई हैं.
सुरक्षा की दृष्टि से प्लेटफार्म किया चेंज, डेढ़ घंटे में पहुंचे सड़क मार्ग से बारां : केरला संपर्क क्रांति आमतौर पर प्लेटफार्म नंबर दो पर आती है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से इसके प्लेटफार्म में बदलाव करवाया गया और ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर एक पर लाया गया है. ट्रेन के कोटा पहुंचने का निर्धारित समय शाम 6:05 था, लेकिन यह शाम 6:30 बजे पहुंची. ऐसे में पहले से ही वहां पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने पूरा घेरा बना लिया था.
इसके अलावा रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स और जीआरपी के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी प्लेटफार्म पर मौजूद थी. जैसे ही संघ प्रमुख भागवत ट्रेन से उतरे, राजस्थान के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने उनसे मुलाकात की. इसके बाद पोलोकार्ट के जरिए वे बाहर आए. करीब 6:45 बजे एसयूवी में सवार हो गए. क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम भी उनके साथ ही बारां के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए. भारी सुरक्षा के बीच उन्हें सीधे बारां के लिए ले जाया गया और करीब डेढ़ घंटे में ही वे 8:15 बजे बारां पहुंच गए. जिस जगह उनके लिए निवास बनाया गया है, वहां पर जाकर ठहर गए हैं.
पूरी कॉलोनी में की गई पड़ताल, बिना इजाजत नहीं मिल सकेंगे : स्थानीय निवासियों के अनुसार संघ प्रमुख को बारां में कोटा रोड स्थित एक कॉलोनी में रुकवाया गया है. ऐसे में आसपास के रहने वाले लोगों को भी सुरक्षा के चलते हिदायत दी गई है. यहां पर रहने वाले लोगों से लगातार तीन से चार दिनों से सिक्योरिटी से जुड़े लोग जाकर पूछताछ कर रहे हैं. सभी लोगों का डाटा कलेक्ट किया गया है. इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों के अलावा किसी को भी अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है. दूसरी तरफ जहां पर संघ प्रमुख रुके हैं, वहां पर आरएसएस ने भी स्वयंसेवकों की ड्यूटी सुरक्षा की दृष्टि से लगाई है.