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'प्रकृति प्रेम और अनुशासन के जरिए ही राष्ट्र निर्माण संभव'- पटना में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

Mohan Bhagvat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत बिहार दौरे पर हैं और स्वयंसेवकों से रूबरू हो रहे हैं. मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को राष्ट्र निर्माण के मंत्र दिए और संघ के शताब्दी वर्ष के मौके पर कार्यकर्ताओं से अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आह्वान किया.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 3, 2024, 1:47 PM IST

पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बिहार दौरे पर हैं. मोहन भागवत राजधानी पटना स्थित राजेंद्र नगर के शाखा मैदान में अहले सुबह स्वयंसेवकों से रूबरू हुए और संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष को लेकर कार्यकर्ताओं को राष्ट्र निर्माण के मंत्र दिए. इस दौरान पटना महानगर क्षेत्र के तमाम स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

RSS प्रमुख मोहन भागवत
RSS प्रमुख मोहन भागवत

मोहन भागवत ने राष्ट्र निर्माण के दिए मंत्र: संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि शताब्दी वर्ष के मौके पर हमें देश के लिए पोषक विमर्श हिंदुत्व को प्रतिपादित करने वाला और मानवता के लिए अच्छा विमर्श खड़ा करना है. 100 साल पूरे होने पर इन सब बातों को लेकर हमें समाज में जाना है, सबको अपने साथ जोड़ेंगे विरोधी भी अपने बैरी नहीं हैं, उन्हें भी अपने साथ जोड़ना है.

पर्यावरण संरक्षण का संदेश: मोहन भागवत ने अपने जीवन में सर्वत्र प्रमाणिकता होनी चाहिए शाखा में सब कुछ देना है, कुछ लेना नहीं है जीवन में त्याग होना चाहिए भोग नहीं होना चाहिए मनुष्य सभी एक हैं हिंदू सब एक है आदमी को देखने के बाद गुण अवगुण बाद में पहले अपनापन का भाव आना चाहिए. संघ प्रमुख ने कहा कि पानी बचाओ प्लास्टिक हटाओ और पेड़ लगाओ के मंत्र पर हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं.

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'स्वदेशी को बढ़ावा देना है- मोहन भागवत': उन्होंने कहा कि स्वदेशी के जरिए हम स्वरोजगार पैदा कर सकते हैं, जो अपने देश में नहीं बनता और उसके बिना काम चल सकता है तो उसे नहीं लेना है. अगर बहुत जरूरी हो तो अपने शर्तों पर लेना है. अहिंसा स्वावलंबन और संयम के जरिए हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं. हमें फिजूल खर्ची को टालना चाहिए शादी विवाह के मौके पर लाखों करोड़ों के खर्च कर दिए जाते हैं, उस पैसे का उपयोग हम गरीबों के कल्याण के लिए कर सकते हैं. ऐसा करने से हमारा कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि देश का काम होगा.

स्वयंसेवकों को दिए गए कई टिप्स: स्वतंत्र देश में दैनिक जीवन में देशभक्ति करना यानी नागरिक अनुशासन और नागरिक संवेदना का पालन करना है. किसी भी कारण से नियम व्यवस्था को तोड़ना नहीं चाहिए. आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह हमारी संपत्ति है और हमारे द्वारा चुनी गई सरकार काम कर रही है.

"हर स्वयंसेवक को साल में एक नए व्यक्ति को मित्र बनना चाहिए और उन्हें संघ से जोड़ना चाहिए. समाज में कैसे समरसता कायम हो, इसके लिए हम सबको आगे आने की जरूरत है. व्यक्ति, जाति, धर्म, संप्रदाय के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए. सभी हमारे अपने हैं"- मोहन भागवत, संघ प्रमुख, आरएसएस

चुनाव के मद्देनजर मोहन भागवत का दौरा अहम: देश में लोकसभा चुनाव होने हैं और सब की नजर बिहार पर टिकी है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी बिहार के दो जिलों में सभाएं की और अब आगे बारी बेतिया की है. इन सबके बीच आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत अपने चार दिवसीय बिहार दौरे पर गुरुवार पटना पहुंंचे. जहां वो संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष की योजनाओं की समीक्षा करेंगे. हालांकि मोहन भागवत का ये राजनीतिक दौरा नहीं है, फिर भी उनका ये आगमन 2024 के चुनाव के नजरिये से अहम माना जा रहा है.

ये भी पढ़ें: चार दिनों के बिहार दौरे पर आज पटना आएंगे मोहन भागवत, RSS के शताब्दी वर्ष की योजनाओं पर करेंगे चर्चा

पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बिहार दौरे पर हैं. मोहन भागवत राजधानी पटना स्थित राजेंद्र नगर के शाखा मैदान में अहले सुबह स्वयंसेवकों से रूबरू हुए और संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष को लेकर कार्यकर्ताओं को राष्ट्र निर्माण के मंत्र दिए. इस दौरान पटना महानगर क्षेत्र के तमाम स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

RSS प्रमुख मोहन भागवत
RSS प्रमुख मोहन भागवत

मोहन भागवत ने राष्ट्र निर्माण के दिए मंत्र: संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि शताब्दी वर्ष के मौके पर हमें देश के लिए पोषक विमर्श हिंदुत्व को प्रतिपादित करने वाला और मानवता के लिए अच्छा विमर्श खड़ा करना है. 100 साल पूरे होने पर इन सब बातों को लेकर हमें समाज में जाना है, सबको अपने साथ जोड़ेंगे विरोधी भी अपने बैरी नहीं हैं, उन्हें भी अपने साथ जोड़ना है.

पर्यावरण संरक्षण का संदेश: मोहन भागवत ने अपने जीवन में सर्वत्र प्रमाणिकता होनी चाहिए शाखा में सब कुछ देना है, कुछ लेना नहीं है जीवन में त्याग होना चाहिए भोग नहीं होना चाहिए मनुष्य सभी एक हैं हिंदू सब एक है आदमी को देखने के बाद गुण अवगुण बाद में पहले अपनापन का भाव आना चाहिए. संघ प्रमुख ने कहा कि पानी बचाओ प्लास्टिक हटाओ और पेड़ लगाओ के मंत्र पर हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं.

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'स्वदेशी को बढ़ावा देना है- मोहन भागवत': उन्होंने कहा कि स्वदेशी के जरिए हम स्वरोजगार पैदा कर सकते हैं, जो अपने देश में नहीं बनता और उसके बिना काम चल सकता है तो उसे नहीं लेना है. अगर बहुत जरूरी हो तो अपने शर्तों पर लेना है. अहिंसा स्वावलंबन और संयम के जरिए हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं. हमें फिजूल खर्ची को टालना चाहिए शादी विवाह के मौके पर लाखों करोड़ों के खर्च कर दिए जाते हैं, उस पैसे का उपयोग हम गरीबों के कल्याण के लिए कर सकते हैं. ऐसा करने से हमारा कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि देश का काम होगा.

स्वयंसेवकों को दिए गए कई टिप्स: स्वतंत्र देश में दैनिक जीवन में देशभक्ति करना यानी नागरिक अनुशासन और नागरिक संवेदना का पालन करना है. किसी भी कारण से नियम व्यवस्था को तोड़ना नहीं चाहिए. आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह हमारी संपत्ति है और हमारे द्वारा चुनी गई सरकार काम कर रही है.

"हर स्वयंसेवक को साल में एक नए व्यक्ति को मित्र बनना चाहिए और उन्हें संघ से जोड़ना चाहिए. समाज में कैसे समरसता कायम हो, इसके लिए हम सबको आगे आने की जरूरत है. व्यक्ति, जाति, धर्म, संप्रदाय के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए. सभी हमारे अपने हैं"- मोहन भागवत, संघ प्रमुख, आरएसएस

चुनाव के मद्देनजर मोहन भागवत का दौरा अहम: देश में लोकसभा चुनाव होने हैं और सब की नजर बिहार पर टिकी है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी बिहार के दो जिलों में सभाएं की और अब आगे बारी बेतिया की है. इन सबके बीच आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत अपने चार दिवसीय बिहार दौरे पर गुरुवार पटना पहुंंचे. जहां वो संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष की योजनाओं की समीक्षा करेंगे. हालांकि मोहन भागवत का ये राजनीतिक दौरा नहीं है, फिर भी उनका ये आगमन 2024 के चुनाव के नजरिये से अहम माना जा रहा है.

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