लखनऊ: गर्मी में ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होती है. इसके बाद आरक्षित सीट मिलना काफी दिक्कत भरा होता है. इसी का फायदा दलाल उठाते हैं. इस दौरान दलालों की पौ बारह हो जाती है. इन्हीं दलालों के चंगुल में फंसकर कई बार यात्री अपना पैसा गवा देते हैं. ऐसे दलालों के खिलाफ अब आरपीएफ सख्त रुख अख्तियार कर रही है. अवैध तरीके से रेलवे की आरक्षित टिकटों की खरीद फरोख्त करने वाले दलालों के खिलाफ उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के रेलवे सुरक्षा बल ने तगड़ी कार्रवाई की है.
उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षा बल आशुतोष पांडेय ने कहा 19 अप्रैल से 26 अप्रैल तक एक सप्ताह का विशेष अभियान चलाकर कुल 57 टिकट दलालों की धरपकड़ की गई. देश के प्रत्येक कोने से अधिक से अधिक पैसेंजर/ सुपरफास्ट रेल गडियां उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के विभिन्न स्टेशनों से होकर गुजरती हैं.
ग्रीष्मकालीन मौसम में इन रेल गाडियों में यात्रियों की भीड अत्यधिक संख्या में बढ़ जाने का लाभ उठाकर अनाधिकृत टिकट दलाल रेल आरक्षित टिकटों की अवैध खरीद फरोख्त कर यात्रियों से मुनाफा कमाते हैं. लखनऊ मंडल रेल सुरक्षा बल ने रेल अधिनियम की धारा 143 के तहत एक सप्ताह का विशेष अभियान चलाकर लखनऊ मंडल के विभिन्न रेलवे सुरक्षा बल पोस्टों में कुल 57 टिकट दलालों के खिलाफ एक्शन लेते हुए 57 मुकदमे पंजीकृत किए.
इसमें कुल 57 टिकट दलालों को गिरफतार किया गया. कुल 117 रेल आरक्षित टिकट जिस पर भविष्य में सफर करने वाले थे, अनाधिकृत तरीके पर्सनल यूजर आईडी से बुक किए गए थे. इन टिकटों को बरामद किया गया है, जिनकी कीमत 205899 रुपये है. भूतकाल में इस्तेमाल हुईं 366 रेलवे की आरक्षित टिकट (रुपये 626577) जो अनाधिकृत तरीके से पर्सनल यूजर आईडी से बुक किये गये थे, बरामद की गईं. इनमें से पांच एंजेट आईडी व 198 पर्सनल आईडी से दलाल टिकटों की खरीद फरोख्त की थे.
टिकट दलालों ने रेल आरक्षित टिकटों की खरीद फरोख्त में प्रयोग की गई कम्यूटर व अन्य डिवाइस को जब्त किया. उन्होंने बताया कि टिकट एजेंटों के ई टिकटों की खरीद फरोख्त में प्रयोग की ई-मेल आईडी को बंद करने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है. इसके अलावा आईआरसीटीसी व प्रिंसिपल एंजेट के बीच एक्जीक्यूट की गई अनुबंधों के प्रावधानों के अनुसार एंजेटों की एंजेसी रद्द करने के साथ उनके विरुद्ध तय जुर्माना 20,000 रुपये वसूलने की प्रक्रिया भी की जा रही है.
रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि जब तक ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बनी रहती है तब तक यह विशेष अभियान आगे भी चलाया जाएगा. उन्होंने आम जनता से अपील की है कि आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों से ही टिकट बुक कराएं. अपने आप ही घर बैठे टिकट बुक कर सकते हैं. दलालों के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें, क्योंकि अगर दलाल पकड़े जाते हैं तो फिर फ्यूचर टिकट ऑटोमेटिक रद हो जाएगा. इससे यात्रा करने से भी वंचित हो जाएंगे और साथ में पैसे का भी नुकसान उठाएंगे.