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ट्रेनों में 10 लाख या उससे ज्यादा नकद मिलने पर देना होगा हिसाब, जीआरपी और आरपीएफ अलर्ट पर - RPF Prevent Money Laundering

RPF to Prevent Money Laundering: ट्रेनों में पार्सल से मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त ने आरपीएफ और जीआरपी को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. ट्रेन में 10 लाख या उससे ज्यादा की नकदी किसी व्यक्ति के पास मिलती है उसे तो हिसाब देना होगा. पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग रोकना रेलवे के लिए कितना चुनौतीपूर्ण है जानिए..

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 18, 2024, 3:05 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली से विभिन्न राज्यों के बीच सामान पार्सल के जरिए ट्रेनों में भेजा जाता है. लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) की घोषणा करते समय मुख्य चुनाव आयुक्त ने मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) और गवर्नमेंट रिजर्व पुलिस (जीआरपी) को अलर्ट रहने का निर्देश दिया था. रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ जीआरपी और अधिकारियों को अलर्ट तो कर दिया गया है, लेकिन पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग न हो इसे रोकना रेलवे के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है.

मनी लॉन्ड्रिंग रोकना बड़ी चुनौती: आरपीएफ अधिकारी का कहना है कि, "10 लाख या उससे ज्यादा नकद किसी व्यक्ति के पास मिले तो हिसाब देना होगा. इससे अधिक रुपये होने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सूचना देनी होगी और इनकम टैक्स अधिकारी इसकी पूछताछ करेंगे. दिल्ली से देशभर के विभिन्न राज्यों के बीच हजारों टन पार्सल रोजाना आता जाता है. बड़ी संख्या में व्यापारी माल दिल्ली से बाहर विभिन्न राज्यों को भेजते हैं और मंगवाते हैं. पार्सल करने के लिए लोगों को फार्म भरना पड़ता है कि वह क्या भेज रहे हैं. जो भी सामान पार्सल होता है वह पैक होता है, ऐसे में खोलकर सामान की जांच नहीं होती. यदि स्कैन भी किया जाता है तो सिर्फ मेटल की चीजों की पहचान की जा सकती है. इसमें कागज के नोटों की पहचान नहीं हो सकती. ऐसे में पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग न हो इसे रोकना बड़ी चुनौती है."

जीआरपी और आरपीएफ अलर्ट: जानकारी के अनुसार दिल्ली में नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, सराय काले खां से भारी मात्रा में पार्सल की बुकिंग होती है. इस बार लोकसभा चुनाव सात चरणों में है. दिल्ली में छठें चरण में लोकसभा चुनाव है. इस संबंध में रेलवे के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आरपीएफ और जीआरपी के साथ अधिकारी सतर्क हैं, जिससे की ट्रेन के जरिए चुनाव में पैसा एक से दूसरी जगह न भेजा जा सके.

रेलवे स्टेशनों पर घुसने के कई रास्ते: दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों पर प्रवेश के दौरान यात्रियों के सामान की मशीन से स्कैनिंग की जाती है, लेकिन सभी रेलवे स्टेशन चारों तरफ से खुले हैं. ऐसे में प्लेटफार्म पर अवैध रास्तों से घुसना आसान है. यात्री अपने साथ पैसों को एक से दूसरे स्थान पर न ले जाएं. यह भी सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण है.

यह भी पढ़ें- दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग, जानें पूरी डिटेल्स

पकड़े जाने पर पैसों का देना होगा हिसाब: आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार रेलवे स्टेशन पर सतर्कता बरती जा रही है. एक हफ्ते पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पार्सल के जरिए विदेशी सिगरेट भेजी जा रही थी, जिसको हमने पकड़ा. कोई भी व्यक्ति यदि 10 लाख रुपये तक के साथ पकड़ा जाता है तो उसे हिसाब देना पड़ेगा कि कहां से पैसा लेकर आ रहा है. कहां इस पैसे को लगाना है.

यह भी पढ़ें- 29.38 लाख मतदाता चुनेंगे अपना सांसद, आचार संहिता के अनुपालन के लिए गाजियाबाद में 30 टीमें तैनात

नई दिल्ली: दिल्ली से विभिन्न राज्यों के बीच सामान पार्सल के जरिए ट्रेनों में भेजा जाता है. लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) की घोषणा करते समय मुख्य चुनाव आयुक्त ने मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) और गवर्नमेंट रिजर्व पुलिस (जीआरपी) को अलर्ट रहने का निर्देश दिया था. रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ जीआरपी और अधिकारियों को अलर्ट तो कर दिया गया है, लेकिन पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग न हो इसे रोकना रेलवे के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है.

मनी लॉन्ड्रिंग रोकना बड़ी चुनौती: आरपीएफ अधिकारी का कहना है कि, "10 लाख या उससे ज्यादा नकद किसी व्यक्ति के पास मिले तो हिसाब देना होगा. इससे अधिक रुपये होने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सूचना देनी होगी और इनकम टैक्स अधिकारी इसकी पूछताछ करेंगे. दिल्ली से देशभर के विभिन्न राज्यों के बीच हजारों टन पार्सल रोजाना आता जाता है. बड़ी संख्या में व्यापारी माल दिल्ली से बाहर विभिन्न राज्यों को भेजते हैं और मंगवाते हैं. पार्सल करने के लिए लोगों को फार्म भरना पड़ता है कि वह क्या भेज रहे हैं. जो भी सामान पार्सल होता है वह पैक होता है, ऐसे में खोलकर सामान की जांच नहीं होती. यदि स्कैन भी किया जाता है तो सिर्फ मेटल की चीजों की पहचान की जा सकती है. इसमें कागज के नोटों की पहचान नहीं हो सकती. ऐसे में पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग न हो इसे रोकना बड़ी चुनौती है."

जीआरपी और आरपीएफ अलर्ट: जानकारी के अनुसार दिल्ली में नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, सराय काले खां से भारी मात्रा में पार्सल की बुकिंग होती है. इस बार लोकसभा चुनाव सात चरणों में है. दिल्ली में छठें चरण में लोकसभा चुनाव है. इस संबंध में रेलवे के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आरपीएफ और जीआरपी के साथ अधिकारी सतर्क हैं, जिससे की ट्रेन के जरिए चुनाव में पैसा एक से दूसरी जगह न भेजा जा सके.

रेलवे स्टेशनों पर घुसने के कई रास्ते: दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों पर प्रवेश के दौरान यात्रियों के सामान की मशीन से स्कैनिंग की जाती है, लेकिन सभी रेलवे स्टेशन चारों तरफ से खुले हैं. ऐसे में प्लेटफार्म पर अवैध रास्तों से घुसना आसान है. यात्री अपने साथ पैसों को एक से दूसरे स्थान पर न ले जाएं. यह भी सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण है.

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पकड़े जाने पर पैसों का देना होगा हिसाब: आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार रेलवे स्टेशन पर सतर्कता बरती जा रही है. एक हफ्ते पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पार्सल के जरिए विदेशी सिगरेट भेजी जा रही थी, जिसको हमने पकड़ा. कोई भी व्यक्ति यदि 10 लाख रुपये तक के साथ पकड़ा जाता है तो उसे हिसाब देना पड़ेगा कि कहां से पैसा लेकर आ रहा है. कहां इस पैसे को लगाना है.

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