सासाराम: बिहार की रोहतास पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सीआरपीएफ जवान की हत्या करने वाले कुख्यात अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी मोइन अंसारी भोजपुर जिले के आरा के वार्ड नंबर- 8 का रहने वाला है. उसने बिक्रमगंज के खैरा भूधर गांव में सीआरपीएफ जवान रामानुज तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक सीआरपीएफ का जवान भोजपुर जिला के बिहिया के निवासी थे, वह उड़ीसा में 19वीं बटालियन में कार्यरत थे.
एकतरफा प्यार में प्रेमिका के मंगेतर की जान ले ली: बताया जाता है कि आरा के मोहित अंसारी का खेरा भुधर की युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. जब मोइन को पता चला कि उसकी शादी सीआरपीएफ के जवान से तय हो गई है तो वह आग बबूला हो गया. जब उसे जानकारी मिली कि उसकी प्रेमिका के घर उससे मिलने उसका मंगेतर आया हुआ है तो वह बाइक से प्रेमिका के घर पहुंचा और ताबड़तोड़ फायरिंग कर रामानुज तिवारी को मौत के घाट उतार दिया. यह घटना 18 अप्रैल 2017 की है.
हत्या के बाद फरार था आरोपी: इसके बाद वह लगातार पिछले 7 साल से फरार चल रहा था. मोइन अंसारी के भोजपुर जिले के आरा के तरी स्थित वार्ड नंबर-8 के घर की कुर्की भी की गई थी. आखिरकार रोहतास पुलिस ने बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के टेढकी पुल के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अपराधी रोहतास जिला के टॉप-20 अपराधियों की सूची में शामिल है.
क्या बोले एसडीपीओ?: बिक्रमगंज के एसडीपीओ कुमार संजय ने बताया कि हत्या का मुख्य कारण प्रेम संबंध था. मौके पर जब मोइन अंसारी ने जब रामानुज तिवारी पर गोली चलाई तो उसकी कथित प्रेमिका ने इसका विरोध किया था. गोली लगने के बावजूद मोइन के साथ रामानुज की हाथापाई हुई. जिससे उसका रिवाल्वर दूर जा गिरा. वहीं मौके की नजाकत को देखते हुए आरोपी मौके से फरार हो गया था. अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
"जब आरोपी की कथित प्रेमिका आरा में रहती थी, तब उसी दौरान मोइन अंसारी से उसकी नजदीकी बढ़ गई थी. इसी दौरान एकतरफा प्यार में उसके मंगेतर की जान ले ली. सात साल बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है."- कुमार संजय, एसडीपीओ, बिक्रमगंज
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