रोहतास: बिहार सरकार में भाजपा कोटे से मंत्री संतोष कुमार सिंह को 9 साल पुराने मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए बाइज्जत बरी कर दिया है, जिससे मंत्री के समर्थकों में खुशी देखी गई. वहीं उन्होंने न्यायालय के प्रति आस्था जताते हुए आभार प्रकट किया. साथ ही लालू यादव और राजद पर निशाना साधा.
9 साल पुराने मामले में बरी हुए मंत्री: दअरसल बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह को रोहतास व्यवहार न्यायालय में एमपी-एमएलए की कोर्ट ने बरी कर दिया है. उन पर वर्ष 2015 में एक आचार संहिता मामले में केस दर्ज हुआ था. लगभग 9 साल के बाद इस मामले में फैसला आया है. इस दौरान मंत्री संतोष सिंह कोर्ट में प्रस्तुत हुए, जिसके बाद सासाराम की कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है.
मंत्री ने राजद पर लगाया फंसाने का आरोप: बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस वक्त लालटेन की सरकार थी, इस वजह से गलत तरीके से झूठे मुकदमे में राजद के लोगों ने उन्हें फंसाया था. हालांकि बीजेपी के लोगों को कानून पर पूरा भरोसा है और वह भी कानून का पूरा पालन करते हैं. इसके बाद माननीय न्यायालय ने उन्हें आज बरी कर दिया है.
"2015 में राजद की सरकार थी. मैं चुनााव लड़ रहा था, इसलिए सरकार के इशारे पर मुझे झूठे मामले में फंसा दिया गया था. माननीय न्यायालय ने मेरे साथ न्याय किया और मैं बाईज्जत बरी हुआ. माननीय न्यायालय में मेरी आस्था रही है, पार्टी की रही है. लोगों का तो संविधान पर ही विश्वास नहीं है. अपने परिवार को बचाने के लिए लोगों को संविधान ही खतरे में नजर आता है."- संतोष कुमार सिंह, मंत्री, बिहार सरकार
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