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उत्तराखंड में बारिश का कहर, कुमाऊं मंडल में 13 स्टेट हाईवे, 2 NH सहित 101 सड़कें बंद - Heavy rain in Uttarakhand

Heavy Rain In Uttarakhand उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक देते ही अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. आलम ये है कि भारी बारिश के कारण जगह- जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए हैं. कुमाऊं मंडल में 13 स्टेट हाईवे, 2 NH सहित 101 सड़कें बंद हैं.

Heavy rain in Uttarakhand
उत्तराखंड में बारिश का कहर (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 7, 2024, 12:23 PM IST

हल्द्वानी/ पिथौरागढ़ : कुमाऊं मंडल में पिछले तीन दिनों से भारी बरसात हो रही है. जिससे जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं, पहाड़ों पर हो रही बारिश से नदी और नाले उफान पर हैं. ऐसे में जिला और पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 7 जुलाई (रविवार) को कुमाऊं मंडल में 101 सड़कें बंद हैं, जिसमें 13 स्टेट हाईवे के साथ-साथ दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, जबकि अन्य सड़क जिला और ग्रामीण मार्ग हैं. आंकड़ों के अनुसार 6 जुलाई (शनिवार) को कुमाऊं मंडल में 87 सड़कें बंद थी, जो अब 101 सड़कें हो गई हैं.

सड़कों को खोलने में जुटा प्रशासन: डिप्टी कुमाऊं कमिश्नर जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि कुछ जगहों पर बारिश होने के चलते सड़क खोलने में देरी हो रही है, लेकिन सभी मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन की टीम सड़कों को खोलने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि सड़क खोलने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया गया है और उम्मीद है कि कुछ सड़कें रविवार शाम, जबकि कुछ सड़कें आगामी सोमवार तक खोल दी जाएगी.

पहाड़ों पर बेवजह यात्रा न करें लोग: जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि चंपावत जनपद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला मार्ग पर अभी भी मलबा आ रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है. ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि पहाड़ों पर बेवजह यात्रा न करें. उन्होंने कहा कि सड़कों पर लैंडस्लाइड की घटनाओं को देखते हुए यात्रियों को सुरक्षित जगह पर रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं.

भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद: भारी बारिश के कारण पिथौरागढ़ के धारचूला के दारमा, व्यास और चौदास घाटी को जोड़ने वाली सड़क पांच दिनों से आवाजाही के लिए बंद है. जिससे लोगों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कट गया है. साथ ही वहां पर फंसे करीब 25 यात्रियों को सुरक्षित पिथौरागढ़ लाया गया है. साथ ही रोंगती एसएसबी पोस्ट के पास सड़क धंस गई है.

लोगों को वाहनों में बितानी पड़ी रात: पिथौरागढ़ में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही है बारिश के कारण जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला मुनस्यारी थल पिथौरागढ़ मोटर मार्ग और गंगोलीहाट पिथौरागढ़ मोटर मार्ग टिम्टा के पास आवाजाही के लिए बंद हो गया है, जिससे मार्ग में फंसे लोगों को वाहनों में ही पूरी रात वाहन बितानी पड़ी. जिले में अभी एक दर्जन से अधिक सडकें बंद हैं. रामगंगा और कालीनदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

बारिश की भेंट चढ़ें लकड़ी के पुल: बारिश के चलते तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल बह गया है, जिससे 18 परिवारों का संपर्क टूट गया है. साथ ही 23 स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पर रहा है. इसके अलावा दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने के लिए च्युति गाड़ में बना पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है, जिससे 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट गया है.

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हल्द्वानी/ पिथौरागढ़ : कुमाऊं मंडल में पिछले तीन दिनों से भारी बरसात हो रही है. जिससे जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं, पहाड़ों पर हो रही बारिश से नदी और नाले उफान पर हैं. ऐसे में जिला और पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 7 जुलाई (रविवार) को कुमाऊं मंडल में 101 सड़कें बंद हैं, जिसमें 13 स्टेट हाईवे के साथ-साथ दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, जबकि अन्य सड़क जिला और ग्रामीण मार्ग हैं. आंकड़ों के अनुसार 6 जुलाई (शनिवार) को कुमाऊं मंडल में 87 सड़कें बंद थी, जो अब 101 सड़कें हो गई हैं.

सड़कों को खोलने में जुटा प्रशासन: डिप्टी कुमाऊं कमिश्नर जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि कुछ जगहों पर बारिश होने के चलते सड़क खोलने में देरी हो रही है, लेकिन सभी मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन की टीम सड़कों को खोलने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि सड़क खोलने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया गया है और उम्मीद है कि कुछ सड़कें रविवार शाम, जबकि कुछ सड़कें आगामी सोमवार तक खोल दी जाएगी.

पहाड़ों पर बेवजह यात्रा न करें लोग: जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि चंपावत जनपद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला मार्ग पर अभी भी मलबा आ रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है. ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि पहाड़ों पर बेवजह यात्रा न करें. उन्होंने कहा कि सड़कों पर लैंडस्लाइड की घटनाओं को देखते हुए यात्रियों को सुरक्षित जगह पर रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं.

भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद: भारी बारिश के कारण पिथौरागढ़ के धारचूला के दारमा, व्यास और चौदास घाटी को जोड़ने वाली सड़क पांच दिनों से आवाजाही के लिए बंद है. जिससे लोगों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कट गया है. साथ ही वहां पर फंसे करीब 25 यात्रियों को सुरक्षित पिथौरागढ़ लाया गया है. साथ ही रोंगती एसएसबी पोस्ट के पास सड़क धंस गई है.

लोगों को वाहनों में बितानी पड़ी रात: पिथौरागढ़ में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही है बारिश के कारण जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला मुनस्यारी थल पिथौरागढ़ मोटर मार्ग और गंगोलीहाट पिथौरागढ़ मोटर मार्ग टिम्टा के पास आवाजाही के लिए बंद हो गया है, जिससे मार्ग में फंसे लोगों को वाहनों में ही पूरी रात वाहन बितानी पड़ी. जिले में अभी एक दर्जन से अधिक सडकें बंद हैं. रामगंगा और कालीनदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

बारिश की भेंट चढ़ें लकड़ी के पुल: बारिश के चलते तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल बह गया है, जिससे 18 परिवारों का संपर्क टूट गया है. साथ ही 23 स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पर रहा है. इसके अलावा दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने के लिए च्युति गाड़ में बना पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है, जिससे 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट गया है.

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