सिवानः बिहार के सिवान में एक बार फिर शराबंबदी पर सवाल उठा है. ये सवाल विपक्षी पार्टी राजद के एमएलसी विनोद जायसवाल ने उठाया है, उन्होंने कहा है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह फेल है. जब से ये कानून लागू हुआ है, तब से लेकर आज तक प्रदेश में शराब तो बंद नहीं हुई, बल्कि सरकार को राजस्व का घाटा जरूर हुआ.
"जब से शराबबंदी लागू हुई है तब से हजारों करोड़ रुपये बिहार सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है. इसलिए इस शराबबंदी को तत्काल खत्म कर बिहार में शराब खोल देना चाहिए. बिहार के हित मे शराबबंदी खत्म होनी चाहिए"- विनोद जायसवाल, एमएलसी, आरजेडी
'20 हजार करोड़ का हो रहा नुकसान': एमएलसी विनोद जायसवाल ने कहा कि बिहार का कुल राजस्व 53 हजार करोड़ है और 20 हजार करोड़ का नुकसान सिर्फ शराबबंदी से हो रहा है. बिहार एक गरीब राज्य है, इतना बड़ा झटका नहीं सह सकता है. उन्होंने कहा कि यूपी और गुजरात की बराबरी बिहार नहीं कर सकता है, क्योंकि उन सरकारों के आय का स्रोत जितना एक विभाग से है, उतना पूरे बिहार का स्रोत है. सभी पार्टियां चाहती हैं शराबबंदी खत्म हो.
शराबबंदी के लेकर साधा निशानाः जब उनसे पत्रकारों ने पूछा कि अभी दो माह पहले तो नितीश कुमार से साथ राजद की सरकार चल रही थी, तब आपने यह मांग क्यों नहीं उठायी, तब विनोद जायसवाल ने कहा कि सभी पार्टियां चाहती हैं कि बिहार में शराबबंदी खत्म हो, लेकिन नीतीश कुमार जिद्दी है, उनके जिद की वजह से अभी तक शराबबंदी लागू है. जिसमें हजारों गरीब तबके के लोग जेलों में बंद है और बिहार सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है. इस लिए शराबबंदी खत्म होनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः
Liquor Ban In Bihar: 'पासी, मुसहर हो रहे प्रताड़ित', बिहार में शराबबंदी पर लालू के करीबी RJD नेता ने उठाए सवाल
'शराबंबदी की जगह शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर बात करें सीएम नीतीश'- विपक्ष