खैरथल: टपूकड़ा में रविवार को जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान समिट कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें 19600 करोड़ के 255 एमओयू हस्तांतरित किए गए. जिससे 66 हजार लोगों को प्रत्यक्ष तथा लगभग 30 हजार को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि राजस्थान में सरकार को संभालने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व में तेजी से जल तथा निवेश के लिए दो मोर्चों पर अद्भुत कार्य हुआ है. उन्होंने कहा कि किसानों की सबसे बड़ी समस्या भूमि परिवर्तन की है. इस समस्या का सरकार से बात करके एक एजेंसी के अंतर्गत लाकर भिवाड़ी के विकास का काम करेंगे. भिवाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए स्मार्ट पार्किंग सहित हरा-भरा बनाने की जरूरत है, जिससे कि आने वाले समय में हिंदुस्तान में ग्रोथ के पैमाने पर भिवाड़ी अपने आप को अलग से स्थापित कर पाएगा.
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उन्होंने कहा कि जिस तरह बगड़ राजपूत में कचरा संशोधन केंद्र और जल संशोधन प्लांट शुरू किया है, इस तरह भिवाड़ी में भी इन प्लांटो की आवश्यकता है, जिससे कि यह क्षेत्र स्वच्छ बन सके. भिवाड़ी में सबसे बड़ी समस्या जलभराव की थी. इसके निराकरण के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मास्टर डेनेज प्लान के लिए 355 करोड़ रुपए मंजूर किए और उसकी डीपीआर का कार्य प्रगतिरत है.
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उन्होंने कहा कि विकसित भिवाड़ी को हम भय मुक्त भिवाड़ी भी बनाना चाहते हैं. पिछले दो वर्षों से बंद पड़े सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि भय मुक्त भिवाड़ी में किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा. वह हमेशा निवेशकों और व्यापारियों की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे. भिवाड़ी में बाबा मोहन राम के स्थान के पास पहाड़ी पर 50-50 एकड़ के दो नगर वन बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या सड़कों पर झूलते हुए बिजली के तार हैं, जिन्हें भूमिगत करवाया जाएगा, साथ ही यहां की सड़कों की भी चौड़ाई बढाई जाएगी.
जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने कहा कि खैरथल-तिजारा जिले का उदाहरण उद्योग की दृष्टि से उल्लेखनीय है. यह जिला औद्योगिक गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र है. यहां पर होंडा, सेंट गोबेन, जिलेट, जैक्वार और अन्य सैकड़ों कंपनियां सफलतापूर्वक कार्यरत हैं. ये कंपनियां न केवल इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही हैं, बल्कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था में भी अहम योगदान दे रही हैं.
आयोजन में मुख्य रूप से ऑटो मोबाइल इन्जिनियरिगं क्षेत्र में 37 उद्योगों में 1286 करोड़ रुपए निवेश तथा 3368 व्यक्तियों को रोजगार एवं आईटी, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल, पार्क, फर्नीचर, टूरिज्म, वेयरहाउस, प्लास्टिक, रियल स्टेट, रिन्यूएबल एनर्जी, फुटवियर, टेक्सटाइल, पैकेजिंग, केमिकल, स्पोर्ट, ई-वेस्ट आदि प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं. कार्यक्रम में श्रीराम पिस्टन, होंडा, स्वयं सहायता समूह, राजीविका स्वयं सहायता समूह, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी, रीको सहित विभिन्न स्टॉल लगाए गए जिसमें संबंधित योजनाओं की जानकारियां साझा की गई.