जयपुर: राइजिंग राजस्थान के तहत जयपुर, जयपुर ग्रामीण एवं दूदू जिलों की जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन 8 नवंबर को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में किया जाएगा. इसी कड़ी में बुधवार को औद्योगिक क्षेत्र सीतापुरा में एसोसिएशन ऑफ गारमेण्ट एक्सपोर्टर सीतापुरा (एजेस) के सदस्य एवं पदाधिकारियों के साथ जयपुर में निवेश के संबंध में चर्चा की गई. अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट कुन्तल बिश्नोई की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में गारमेंट एक्सपोर्टर एवं व्यवसायियों ने 1000 करोड़ से अधिक के निवेश करारों पर हस्ताक्षर किए. बैठक में एजेस के अध्यक्ष आरिफ कागजी, उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता, महासचिव मोनू करनानी, संस्थापक दलपत लोढ़ा एवं राजीव दीवान के साथ-साथ 30 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया.
बैठक में चाकसू के निकट रीको की ओर से प्रस्तावित नए औद्योगिक क्षेत्र में इकाईयां स्थापित करने के रूझान के साथ एजेस के सदस्यों के द्वारा अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, जिला उद्योग केन्द्र एवं रीको के अधिकारियों की उपस्थिति में 1000 करोड़ का निवेश किए जाने के एमओयू हस्ताक्षरित किए गए. जिनके द्वारा भूमि आवंटन के बाद 2 वर्ष के अन्दर इकाई स्थापित कर लगभग 10,000 व्यक्तियों को रोजगार एवं लगभग 700 करोड़ का निवेश किया जाना प्रस्तावित किया गया है. इसके अतिरिक्त उद्यमियों द्वारा अपने स्तर से विकसित किए जा रहे निजी औद्योगिक क्षेत्र इंटरनल ग्रीन पार्क के लिए 300 करोड़ का एमओयू हस्ताक्षरित किया गया.
पढ़ें: राइजिंग राजस्थान : बाड़मेर में जिला स्तरीय समिट में 2200 करोड़ रुपए के निवेश के समझौतों पर हुए दस्तखत
संगठन की ओर से बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र सीतापुरा में लगभग 300 गारमेंट इकाईयां कार्यरत हैं. जिसमें 175 इकाईयां एजेस के सदस्य हैं. इनके द्वारा लगभग 1500 करोड़ का व्यापार प्रतिवर्ष किया जा रहा है. इसमें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 2 लाख व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है. स्थापित इकाईयों की ओर से लगभग 500 करोड़ का निर्यात किया जा रहा है. बैठक में महाप्रबन्धक, जिला उद्योग एवं वाणिज्यिक केन्द्र जयपुर (शहर) शिल्पी राजपुरोहित ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभ प्राप्त करने के लिए उद्यमियों को सलाह दी.