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राइजिंग राजस्थान: सीएम भजन लाल बोले, पिछली सरकार के एमओयू धरातल पर नहीं उतरे

मुख्यमंत्री राइजिंग राजस्थान के संबंध में आर्थिक क्षेत्र के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक कर प्रदेश में ​अधिकाधिक निवेश लाने में सहयोग करने का आह्वान किया.

Rising Rajasthan Summit
आर्थिक जगत के प्रोफेशनल्स के साथ सीएम भजनलाल शर्मा ने की बैठक (Photo ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 10, 2024, 7:56 PM IST

जयपुर: राइजिंग राजस्थान समिट को लेकर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश आए इस संबंध में सीएम भजन लाल शर्मा देश के अन्य राज्यों के साथ विदेशी धरती पर जाकर भी निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं. इसकी कड़ी में सीएम भजन लाल 14 अक्टूबर से एक बार फिर विदेश दौरे पर जा रहे हैं. इससे पहले सीएम ने गुरुवार को आर्थिक क्षेत्र के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक की और निवेश लाने में सहयोग मांगा. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि पिछली सरकार के एमओयू धरातल पर नहीं उतरे. हम प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं.

प्रदेश उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बने: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से राजस्थान में उद्योगों को एक नई दिशा मिलेगी. सभी के सहयोग से इस समिट को सफल बनाते हुए राज्य में निवेश का सकारात्मक माहौल तैयार जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में विपुल प्राकृतिक संसाधन की उपलब्धता के चलते निवेश की अपार संभावनाएं हैं. हमने अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान समिट करने का निर्णय लिया है, जिससे प्रदेश उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बन सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीए सीएस सहित अन्य प्रोफेशनल्स राज्य की बड़ी ताकत हैं. ये सरकार और उद्यमियों के हित में काम करते हैं. उन्होंने आशा जताई कि प्रोफेशनल्स राज्य को निवेश का हब बनाने के साथ अधिक से अधिक निवेश लाने में अपनी महती भूमिका निभाएंगे.

पढ़ें: भजनलाल सरकार ने IAS अधिकारियों को दिया विदेश से निवेश लाने का काम, 'एक अधिकारी एक कंट्री' योजना शुरू

बिजली, पानी के साथ आधारभूत संरचना प्राथमिकता: सीएम ने कहा कि बिजली, पानी के साथ आधारभूत संरचना का योजनाबद्ध तरीके से विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए राज्य सरकार ने बिजली के क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के एमओयू किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी असीमित संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में 53 हजार किलोमीटर सड़क नेटवर्क और नौ ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेस वे विकसित करने की योजना भी बनाई गई है, जिनसे निवेशकों को और अधिक अवसर मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र भी प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें: यूडीएच विभाग को 1.25 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य, 14 अक्टूबर को राइजिंग राजस्थान प्री समिट

टीम दिन रात काम में जुटी: मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान को सफल बनाने के लिए हमारी टीम दिन-रात काम में जुटी हुई है. हमने नवनियुक्त आइएएस ​अधिकारियों को आयोजन के लिए नियुक्त किया है. साथ ही, देशभर में राजस्थान मूल के आइएएस अफसर, पूर्व आईएएस अफसरों सहित सभी वर्गों से भी इस आयोजन को सफल बनाने को लेकर चर्चा की जा रही है. बैठक में आए उद्योगपतियों एवं प्रोफेशनल्स ने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ाने के लिए हम सभी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहभागिता करेंगे. साथ ही आयोजन को सफल बनातेे हुए राज्य में निवेश लाने में पूरा सहयोग करेंगे. उद्योगपतियों ने युवाओं में उद्योगपरक कौशल प्रशिक्षण बढ़ाने, फिनटेक को प्रोत्साहित करने, निवेश को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग, स्टार्ट अप को प्रमोट करने, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सहित विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव दिए. इस दौरान खनन, रियल एस्टेट, हैंडीक्राफ्ट, सीए, मेडिकल डिवाइस, शिक्षा, फर्नीचर सहित विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों ने अपने विचार व्यक्त किए.

जयपुर: राइजिंग राजस्थान समिट को लेकर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश आए इस संबंध में सीएम भजन लाल शर्मा देश के अन्य राज्यों के साथ विदेशी धरती पर जाकर भी निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं. इसकी कड़ी में सीएम भजन लाल 14 अक्टूबर से एक बार फिर विदेश दौरे पर जा रहे हैं. इससे पहले सीएम ने गुरुवार को आर्थिक क्षेत्र के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक की और निवेश लाने में सहयोग मांगा. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि पिछली सरकार के एमओयू धरातल पर नहीं उतरे. हम प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं.

प्रदेश उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बने: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से राजस्थान में उद्योगों को एक नई दिशा मिलेगी. सभी के सहयोग से इस समिट को सफल बनाते हुए राज्य में निवेश का सकारात्मक माहौल तैयार जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में विपुल प्राकृतिक संसाधन की उपलब्धता के चलते निवेश की अपार संभावनाएं हैं. हमने अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान समिट करने का निर्णय लिया है, जिससे प्रदेश उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बन सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीए सीएस सहित अन्य प्रोफेशनल्स राज्य की बड़ी ताकत हैं. ये सरकार और उद्यमियों के हित में काम करते हैं. उन्होंने आशा जताई कि प्रोफेशनल्स राज्य को निवेश का हब बनाने के साथ अधिक से अधिक निवेश लाने में अपनी महती भूमिका निभाएंगे.

पढ़ें: भजनलाल सरकार ने IAS अधिकारियों को दिया विदेश से निवेश लाने का काम, 'एक अधिकारी एक कंट्री' योजना शुरू

बिजली, पानी के साथ आधारभूत संरचना प्राथमिकता: सीएम ने कहा कि बिजली, पानी के साथ आधारभूत संरचना का योजनाबद्ध तरीके से विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए राज्य सरकार ने बिजली के क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के एमओयू किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी असीमित संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में 53 हजार किलोमीटर सड़क नेटवर्क और नौ ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेस वे विकसित करने की योजना भी बनाई गई है, जिनसे निवेशकों को और अधिक अवसर मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र भी प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे हैं.

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टीम दिन रात काम में जुटी: मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान को सफल बनाने के लिए हमारी टीम दिन-रात काम में जुटी हुई है. हमने नवनियुक्त आइएएस ​अधिकारियों को आयोजन के लिए नियुक्त किया है. साथ ही, देशभर में राजस्थान मूल के आइएएस अफसर, पूर्व आईएएस अफसरों सहित सभी वर्गों से भी इस आयोजन को सफल बनाने को लेकर चर्चा की जा रही है. बैठक में आए उद्योगपतियों एवं प्रोफेशनल्स ने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ाने के लिए हम सभी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहभागिता करेंगे. साथ ही आयोजन को सफल बनातेे हुए राज्य में निवेश लाने में पूरा सहयोग करेंगे. उद्योगपतियों ने युवाओं में उद्योगपरक कौशल प्रशिक्षण बढ़ाने, फिनटेक को प्रोत्साहित करने, निवेश को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग, स्टार्ट अप को प्रमोट करने, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सहित विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव दिए. इस दौरान खनन, रियल एस्टेट, हैंडीक्राफ्ट, सीए, मेडिकल डिवाइस, शिक्षा, फर्नीचर सहित विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों ने अपने विचार व्यक्त किए.

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