जोधपुर: यहां मेहरानगढ़ किले में चल रहे पांच दिवसीय रिफ में शनिवार रात को संगीत की आखिरी महफिल सजेगी. रविवार सुबह जसवंत थड़ा पर इसका समापन होगा. शनिवार शाम को लोक गायक सुमित्रा गोस्वामी, रात को सोना महापात्रा सहित कई विदेशी कलाकार प्रस्तुतियां देंगे. रविवार सुबह पद्मश्री कालूराम बामणिया के कबीर भजन के साथ समापन होगा.
रिफ में शुक्रवार रात को सिंधी सारंगी के दो दिग्गज कलाकारों ने खड़ताल के साथ जबरदस्त जुगलबंदी पेश कर संगीत प्रेमियों का मन मोह लिया. RIFF 2024 में पहली बार हुई 40 मिनट की जुगलबंदी में आसीन खान और दिलशाद ने सारंगी के तार छेड़े तो हवाओं में संगीत की स्वर लहरियां तैरने लगी. उनके साथ राजन द्वारका ने तबले, खड़ताल पर जाकिर खान और ढोलक पर सादिक खान ने अपनी पकड़ का जबरदस्त प्रदर्शन किया. इसी तरह से देर रात को वारसी ब्रदर्स ने एक बाद एक कव्वालियां संगीत प्रेमियों को सुनाई.
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दिग्गजों के शिष्य रहे हैं दोनों वादक: असिन ने अपने पिता और चाचा से सीखने की शुरुआत की थी. बाद में सिंधी सारंगी के सर्वकालिक दिग्गज माने जाने वाले पद्मश्री लाखा खान मंगणियार से प्रशिक्षण लिया, जबकि दिलशाद ने अपने चाचा पद्म भूषण उस्ताद सुल्तान खान से सीखा था. सुल्तान खान मूलत: जोधपुर के रहने वाले थे. असिन और दिलशाद दोनों ने जोधपुर RIFF में कई मौकों पर प्रदर्शन किया है. दोनों का एक साथ यह पहला मौका था, जिसमें जुगलबंदी प्रस्तुत की गई.