कांकेर : पुलिस को नक्सल मोर्चे में एक बड़ी कामयाबी मिली है. कांकेर में तीन इनामी महिला नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार डाले हैं. नक्सली गढ़चिरोली डिवीजन अंतर्गत गट्टा लोकल स्क्वॉड ऑर्गेनाइजेशन (LOS) एरिया कमेटी सदस्य (डिप्टी कमांडर) और दूसरी टेलर टीम सदस्य के रूप में सक्रिय थी . तीसरी नक्सली मेढ़की एलओएस की सदस्या थी. बताया जा रहा है कि शासन की पुनर्वास नीति और लोन वर्राटू के कारण नक्सली समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं.
लोन वर्राटू अभियान ला रहा है रंग, इनामी नक्सली छोड़ रहे हथियार : सरेंडर करने वाली 1 नक्सली पर 5 लाख और बाकी की दो नक्सलियों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित है. एडिशनल एसपी प्रशांत शुक्ला ने बताया कि कांकेर जिला पुलिस और सीमा सुरक्षा बल लगातार नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है.इसी कड़ी में तीन महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
कौन हैं सरेंडर करने वाली महिला नक्सली ?: जिन तीन महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है.उनमें से एक पर 5 लाख का इनाम था. पहली महिला नक्सली का नाम मोती पोयाम उर्फ यमला है. जो गढ़चिरोली डिवीजन के भामरागढ़ एरिया कमेटी के गट्टा एलओएस में डिप्टी कमांडर के तौर पर काम कर रही थी. मोती पोयाम बीजापुर की रहने वाली है.
दूसरी महिला नक्सली गढ़चिरोली डिवीजन अंतर्गत टेलर टीम सदस्या है.जिसका नाम संचिला मंडावी है. संचिला नक्सली संगठन में साल 2015 से सक्रिय होकर काम कर रही थी.ये भी बीजापुर की निवासी है.
तीसरी महिला नक्सली का नाम लखमी पददा है. जो थाना ओरछा जिला नारायणपुर निवासी है.लखमी नक्सली संगठन में 2019 से पार्टी सदस्य के रुप में सक्रिय थी. तीनों ही महिला नक्सलियों पर 7 लाख का इनाम घोषित था.