रीवा: रीवा पुलिस को अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है. बीते दिनों ही उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने नशीली कफ सिरप को लेकर चिंता जाहिर की थी उनका कहना था कि बडी संख्या में युवा पीढ़ी नशे के गिरफ्त में आता जा रहा है. इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके इस विषय के बारे में उन्हे अवगत भी कराया था. डिप्टी सीएम ने रीवा पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे इसके बाद से पुलिस ने नशीली कफ सिरप के व्यापार में संलिप्त तस्करों की कमर तोड़नी शुरू कर दी. एक के बाद एक बड़े तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आते जा रहे हैं. इन्हीं तस्करों में एक तस्कर से हुई पूछताछ में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो गया. इससे पहले पुलिस ने यूपी से एक बड़े तस्कर को दबोचा था.
नशीली सिरप के बड़े तस्करों को पुलिस ने दबोचा
रीवा रेंज के आईजी ने रविवार को नशीली कफ सीरप के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुलासा करते हुए बताया कि, ''पूर्व में हुए खुलासे में जब रीवा पुलिस ने संदेही अमन मंसूरी से पूछताक की तो एक बड़े नेटवर्क की जानकारी हासिल हुई. जानकारी मिली की सागर जिले में रहने वाले अरविंद जैन, उसके पुत्र सिटीजन जैन उर्फ सित्तू जैन की मेडिकल एजेन्सी फर्म संचालित है. जहां पर वह कैश रकम भेजता है. इतनी जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने जब उसके बैंक के ट्रांजेक्शन को खंगाला गया तो चौका देने वाला खुलासा हुआ. खाते में पिछले 6 महीने में ही 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन होना पाया गया. यह देखकर पुलिस की टीम सख्ते में आ गई.''
पूर्व में पकड़े गए आरोपी ने खोला बड़े व्यापारी का राज
इसके बाद पुलिस ने संदेही अमन मंसूरी से पूछताछ का सिलसिला जारी रखा. तब उसने बताया कि, ''सागर में स्थित अरविंद जैन और उसके पुत्र सिटीजन जैन उर्फ सित्तू जैन की मेडिकल एजेन्सी है. दोनों का एक गोदाम था जहां पर दवाइयां स्टोर की जाती हैं. इसके अलावा एक खुफिया गोदाम है जिसमे नशीली कफ सिरप की खेप छिपाकर रखी गई है.'' इतनी जानकारी हासिल होते ही IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुद पड़ताल शुरु की. उन्होंने DIG साकेत पाण्डेय, एसपी विवेक सिंह सहित जिले में पदस्थ दो एडिशनल एसपी और चुने हुए अफसरों के साथ मिलकर प्लान तैयार किया.
1 करोड़ 22 लाख की नशीली कफ सिरप बरामद
IG ने एक स्पेशल टीम का गठन किया और सागर जिले में स्थित नशीली कफ सिरप के तस्करों तक पहुंचने के लिए टीम को रवाना किया. टीम सागर पहुंची और मेडिकल एजेन्सी पर छापा मार दिया. पुलिस ने दोनों पिता पुत्र तस्करों को हिरासत में लेकर पुछताछ करते हुऐ खुफिया गोदाम की तलाशी ली तो सब कुछ साफ हो गया. पुलिस ने गोदाम से 600 पेटी में भरी 72 हजार नशीली कफ सिरप की शीशियां बरामद कर लीं, जिसकी कीमत 1 करोड़ 22 लाख 40 हजार है.
NDPS के तहत पुलिस ने की कर्रवाई कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया नशीली सिरप की खेप को जप्त करके रीवा ले लाई. आरोपीयों विरुद्ध NDPS की धारा 8,21,22,25,25A,29 NDPS ACT एवं 5/13 म.प्र. ड्रग्स कन्ट्रोल एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया. आरोपीयों से पुछताछ करके और जानकारी जुटाई गई तो पता चला की पकड़े गए तस्कर हिमाचल प्रदेश में स्थित किंग्स फार्मा से नशीली कफ सिरप की खेप मंगवाते थे और सागर स्थित अपने खूफिया गोदाम में स्टाक करते थे. पूरे विंध्य क्षेत्र में अपना जाल बिछाकर सप्लाई करते थे. मुख्य व्यापार का गढ़ उनके लिए रीवा था. इनके द्वारा छोटे छोटे व्यपारियो को नशीली सिरप की खेप सप्लाई की जाती थी जहां से फिर फुटकर में इसे लोगों को बेची जाती थी.
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DGP ने दी बधाई कहा "Well done!" रीवा पुलिस
IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि, ''अभी मामले में इन्वेस्टिगेशन जारी है. कई ऐसे तस्कर हैं जिनके नेटवर्क के खुलासा होने की संभावना है.'' आईजी ने बताया कि, ''पूरे मध्यप्रदेश में यह अब तक की सबसे बडी कर्रवाई है. जिसमें इतनी बडी मात्रा में नशीली कफ सिरप का जखीरा बरामद हुआ है. अभी तक हम छोटे व्यापारियों की धर पकड़ कर रहे थे लेकिन इस गोरख धंधे को जड़ से उखाड़ने के लिए बड़े तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जरुरत पड़ी तो पुलिस की टीम इन्वेस्टिगेशन के लिए हिमाचल प्रदेश भी जाएगी.'' रीवा पुलिस को इतनी बडी सफलता मिलने के बाद एमपी के DGP ने रीवा पुलिस को बधाई दी है. और कहा "Well done!" रीवा पुलिस.