रीवा: खेल जगत में नाम रोशन कर रहे रीवा के रहने वाले 25 वर्षिय शिशिर ने कड़ी मेहनत करके एक नया मुकाम हासिल किया है. बैडमिंटन खिलाड़ी शिशिर अब मध्य प्रदेश को रिप्रेजेंट करते हुए बेंगलुरु में होने जा रहे योनिक्स सनराइज 86वें सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप 2024 में भाग लेकर अपना दमखम दिखाएंगे. बैडमिंटन नेशनल चैंपियनशिप इसी माह अगामी 20 दिसंबर से शुरू होगी. बेटे की इस उपलब्धि से शिशिर के माता माता पिता और बड़े भाई सहित परिवार में खुशी की लहर है.
रीवा के शिशिर निकले बैंगलूरु में धूम मचाने
वैसे तो समूचे विंध्य में टेलेंट की कोई कमी नहीं है. फिल्मी दुनिया हो या फिर खेल जगत ही क्यों न हों विंध्य का बेटा हो या बेटी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहें हैं. कुछ ऐसा ही करके दिखाया है रीवा के छोटे से गांव में जन्मे शिशिर द्विवेदी ने. शिशिर की कामयाबी से प्रदेश और विंध्य खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है. 25 वर्षीय शिशिर द्विवेदी का जन्म रीवा के गोविन्दगढ़ स्थिति मड़वा गांव में हुआ था. शिशिर के पिता सुबोध प्रसाद द्विवेदी रिटायर्ड इंजिनियर हैं. वह मैहर जिले में स्थित एक सीमेंट कंपनी में बतौर इंजीनियर के पद पर पदस्थ थे.
कोड में खेलकर शिशिर ने शुरु किया बैंडमिंटन का सफर
पिता की नौकरी के दौरान मैहर के सरलानगर स्थित सीमेंट फैक्ट्री के कैंपस में बने कोड में खेलकर शिशिर ने अपने हुनर की शुरआत की. प्राथमिक शिक्षा शिशिर ने मैहर से हासिल की, पढ़ाई के साथ ही शिशिर ने बचपन से ही बैडमिंटन खेल की शुरुआत की और देखते ही देखते उसे बैडमिंटन के प्रति उनका इतना लगाव हो गया की वह एक अच्छे खिलाड़ी साबित हुए. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए शिशिर भोपाल चले गए और वहां से उन्होंने ग्रेजुएशन कंपलीट किया.
धार में ज्वाइन की बैडमिंटन एकेडमी, वहीं से खुद को निखारा
ग्रेजुएशन करने के बाद वह धार जिले में रहने लगे. वहीं रहकर उन्होंने साई स्पोर्टस एकेडमी में बैडमिंटन की प्रैक्टिस की. इसके बाद माता पिता की सहमति से उन्होंने कोच, नेशनल चैंपियन अरविंद भट्ट से बैडमिंटन के खेल को बारीकी से समझते हुए बैडमिंटन की गहराइयों को समझा. अपने कोच के साथ रहकर शिशिर ने काफी प्रैक्टिस की और उन्हीं के मार्गदर्शन पर मध्यप्रदेश स्टेट चैंपियन में अपनी जगह बनाई.
2014 में की बैडमिंटन की शुरुआत, 30 खिताब किए हासिल
बता दें कि, शिशिर द्विवेदी ने अपने बैडमिंटन करियर की शुरुआत वर्ष 2014 में की. जिसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत करके स्कूल व ओपन गेम खेल कर तकरीबन 30 खिताब हासिल किए. हाल ही मध्यप्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन व चोइथराम बैडमिंटन स्पोर्ट्स एकेडमी द्वारा इंदौर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मध्यप्रदेश स्टेट सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट आयोजित हुआ था. जिसमें पुरुष सिंगल्स का फाइनल मैच गत विजेता ऋषभ राठौर और शिशिर द्विवेदी के बीच बीच हुआ था. शिशिर ने ऋषभ को 21-15 और 21-7 से हराकर खिताब जीतकर मध्यप्रदेश स्टेट चैंपियन में अपनी जगह बनाई.
20 दिसंबर को बेंगलुरू में शुरु होगा नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप
आगामी 20 दिसंबर को बेंगलुरु में अयोजित होने जा रहे योनिक्स सनराइज 86वें सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में रीवा के शिशिर द्विवेदी को मैदान में उतारा जाएगा. शिशिर इस खेल के जरिए मध्य प्रदेश को रिप्रेजेंट करेंगे. ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत करते हुए शिशिर द्विवेदी ने बताया कि, ''इससे पहले वह कई इंटरनेशनल बैंडमिंटन गेम भी खेल चुके हैं. जिसमें वर्ल्ड में उनकी रैंक 600 रह चुकी है. शिशिर ने इंटरनेशनल गेम सऊदी अरब के बहरीन, बांग्लादेश, नेपाल इसके आलावा इंडिया में होने वाले इंटरनेशनल गेम के भी वह हिस्सा ले चुके हैं.''
- हाथों से पैरों का काम फिर व्हील पर लगाम, कमजोर चेयर से जूनून का क्रिकेट
- देवास की साइकिल गर्ल नेशनल में दिखाएगी तूफानी रफ्तार, प्रतियोगिता में भाग लेने ओडिशा रवाना
पिता ने कहा, बेटे के जज्बे को देखकर नहीं टूटने दिया हौसला
ईटीवी भारत से बात करते हुए बैडमिंटन चैंपियन शिशिर द्विवेदी के पिता सुबोध प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि, ''बेटे की इस उपलब्धि से परिवार खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है. बैडमिंटन खेल के बारे में उन्हें कोई आइडिया नहीं था. लेकिन बैडमिंटन के प्रति बेटे का जज्बा देखकर उसके हौसलों को टूटने नहीं दिया. जिसके बाद परिवार ने उसका सपोर्ट करना शुरु किया.'' पिता का कहना है कि, ''शिशिर इस नेशनल चैंपियनशिप में जीत हासिल करके विंध्य और प्रदेश का नाम रोशन करें, परिवार का आशीर्वाद उनके साथ है.''