रीवा: अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में गुरुवार को 12वां दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. संभूनाथ सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल बतौर मुख्य अतिथि व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. समारोह में पारंपरिक परिधान में मौजूद प्रोफेसर व विश्वविद्यालय के छात्रों ने मुख्य अतिथि राज्यपाल मंगू भाई पटेल और शौर्य डोभाल का जोरदार स्वागत किया.
देश की दो महान हस्तियां सम्मानित
समारोह में राज्यपाल के हाथों 57 छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक और 82 को पीएचडी की उपाधियों से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही देश की दो महान हस्तियों को डी.लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया, जिसमें थल सेना प्रमुख उपेन्द्र द्विवेदी को प्रबंध संकाय व कटक उड़ीसा के प्रोफेसर अचुत्य सामंत को समाज विज्ञान संकाय में मानद उपाधि से सम्मानित किया. कार्यक्रम में प्रोफेसर अचुत्य सामंत उपस्थित रहे, जबकि थल सेना प्रमुख किसी कारणवश दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं हो सके. बता दें कि सेना के सर्वोच्च पद को गौरवान्वित कर रहे थल सेना प्रमुख उपेन्द्र द्विवेदी रीवा के निवासी हैं.
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा के बारहवें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया। pic.twitter.com/1dPq5rBEnR
— Governor of Madhya Pradesh (@GovernorMP) December 12, 2024
राज्यपाल बोले, शेरों की भूमि में आकर खुशी हुई
राज्य पाल मंगू भाई पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, ''सफेद शेरों की भूमि रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. मैं विंध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कैप्टन अवधेश प्रताप सिंह का इस अवसर पर पूर्ण स्मरण करता हूं. आयोजित समारोह में शिक्षित होने वाले विद्यार्थी, पदक विजेता तथा उनके गुरुजनों व माता-पिता को इस अविस्मरणीय पल की बधाई व शुभकामनाएं देता हूं.''
राज्यपाल ने किया तक्षशिला नालंद विश्वविद्यालय का जिक्र
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने आगे कहा कि, ''यह जानकर खुशी हुई की विश्वविद्यालय विंध्य क्षेत्र के 9 जिलों से लगभग 240 महाविद्यालयों के हजारों छात्रों में उच्च शिक्षा की अलख जगा रहा है. मेरा मानना है कि शिक्षा व्यक्ति को अंधकार से ज्ञान की प्रकाश की ओर अग्रसर करने की सतत प्रक्रिया है. विश्वविद्यालय द्वारा तैयार जीवन मूल्यों से संस्कारित कर परिवार, समाज और राष्ट्र सेवा के लिए प्रतिबद्ध भावी पीढ़ी को राष्ट्र को समर्पित करने का अवसर है.''
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पहले विदेशों से भारत पढ़ाई करने आते थे बच्चे
दीक्षांत समारोह है राज्यपाल ने आगे कहा कि, ''उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चे अभी न्यूजीलैंड और अमेरिका जा रहे हैं. लेकिन एक समय था कि देश के तक्षशिला, नालंदा जैसे विद्या पीठ में बाहर से बच्चे पढ़ाई के लिए आते थे.'' इसके बाद राज्यपाल श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए. तत्पश्चात वह रीवा के हवाई अड्डे से विशेष वायुयान से बनारस के लिए रवाना हो गए.