रीवा: बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के 3 बच्चों ने अपने पिता पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. बच्चों ने बताया कि उन्होंने घर छोड़ने का फैसला कर लिया है. बच्चे घर छोड़कर गुजरात स्थित अपने दादा के घर निकल गए. जिसके बाद वे रीवा पहुंचे थे तभी एक पत्रकार की नजर मासूमों पर पड़ी तो स्थिति को समझते हुए सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को समझाइश दी और उन्हें वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है.
गिफ्ट के पैसे इकट्ठा कर घर से निकले मासूम
इस मामले को लेकर बताया गया कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली 2 बहनें और 1 भाई जिनकी उम्र करीब 8 से 11 साल की है, अपने पिता से परेशान हो गए थे. बच्चों ने अपने बर्थडे पर मिले गिफ्ट के पैसों को इकट्ठा कर पिता को बिना बताए छोड़ दिया. बताया गया कि बच्चों के पिता आए दिन नशे की हालात में उनके साथ मारपीट करते हैं और गंदी गालियां देते रहते हैं. बच्चों की मां के साथ भी पिता का वहीं व्यवहार था जिससे मां पहले ही घर छोड़कर जा चुकी है और अलग रह रही है. इसके बाद तीनों बच्चे अपने पिता के साथ रहते थे.
बच्चों को वन स्टॉप सेंटर भेजा
मंगलवार की शाम तीनों बच्चे घर से निकले और ऑटो पर सवार होकर रीवा पहुंचे. वहां से वे रेलवे स्टेशन जाने के लिए दूसरे ऑटो का इंतजार कर ही रहे थे कि इसी बीच वहां से गुजर रहे एक स्थानीय पत्रकार की नजर तीनों मासूमों पर पड़ गई. पत्रकार ने बच्चों से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद पत्रकार ने तत्परता दिखाते हुए सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों को समझाइश दी और सुरक्षित उन्हें वन स्टॉप सेंटर भेज दिया.
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि "बच्चों की सूचना सीडब्ल्यूसी (Child Welfare Committee) सिंगरौली को दी गई है. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बच्चों का कथन सुना और परिवार वालों से बात करके बच्चों के उचित निराकरण को लेकर प्रयास शुरू किया है. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के निर्देश पर बच्चों को वन स्टॉप सेंटर में भेजा गया है. उनके निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी."
फैमिली कोर्ट में दर्ज है मामला
मासूम बच्चों ने बताया कि "पिता के साथ उनकी तीनों बुआ भी मम्मी को आए दिन परेशान करती थीं. पापा से प्रताड़ित होकर मम्मी ने फैमली कोर्ट में केस दर्ज करवा दिया. मम्मी अलग हो गईं और हम पापा के पास ही रह गए. हमें ठीक से खाना नहीं दिया जाता है और आए दिन पापा शराब के नशे में हमारे साथ मारपीट करते हैं. इसलिए हमें गुजरात जाना है, हम दादा जी के पास रहेंगे. हमें पापा के पास नहीं जाना."
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एसपी ने किया पत्रकार को सम्मानित
इस मामले में पत्रकार रोहित पाटिल की सजगता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने पत्रकार रोहित पाटिल को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया है. एसपी विवेक सिंह ने बताया कि "पत्रकार रोहित पाटिल के माध्यम से सूचना मिली थी, कि पुराने बस स्टैंड के पास से 2 मासूम बच्चियां और 1 बच्चा खड़ा हुआ है. सूचना मिलते ही मौके पुलिस की टीम पहुंची इस दौरान बच्चों से बात की गई, तो पता चला कि पिता की प्रताड़ना से तंग आकर बच्चे घर से भागे थे और अपने बाबा के घर गुजरात जाना चाह रहे थे."