दौसा. मेहंदीपुर बालाजी में दो दिन पहले हुए बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार बच्चे के अपहरण की साजिश बच्चे के सौतेले पिता ने ही रची थी. दौसा के एएसपी शंकरलाल मीणा ने बताया कि 8 साल के बालक के अपहरण की साजिश उसके सौतेले पिता ने ही रची थी. उसने बच्चे का अपहरण सौतेले मामा से करवाया था. मासूम को पुलिस ने उसी के गांव बगदारी से दस्तयाब किया है. बालाजी थाना पुलिस ने आरोपी सौतेले पिता दिनेश नट को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के अपराधिक रिकॉर्ड की जांच की तो आरोपी के खिलाफ भरतपुर के सेवर थाने में भी एक प्रकरण दर्ज मिला है. घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
ये था पूरा मामला : शनिवार की रात अपने माता-पिता के साथ मेहंदीपुर बालाजी दर्शन के लिए आए एक 8 साल के बच्चे का बालाजी मोड़ के पास से अपहरण हो गया था. पुलिस ने वारदात के अगले दिन देर रात को बच्चे को भरतपुर के बगदारी गांव से दस्तयाब कर लिया. मामले की जांच पड़ताल में सामने आया कि बच्चे के पिता दिनेश ने ही बच्चे के अपहरण की साजिश रची थी.
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आरोपी की पहली पत्नी के दो बेटी : एडिशनल एसपी शंकरलाल मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दिनेश अपहृत बच्चे समर का सौतेला पिता है. दिनेश की पहली पत्नी का नाम कोमल है, जो बगदारी गांव में ही रहती है. दिनेश की पहली पत्नी कोमल से दो बेटी हैं. सुनीता के पति की 3 साल पूर्व एक हादसे में मौत हो गई थी. अपहृत बच्चा समर सुनीता के पूर्व पति अनमोल का बेटा है. 1 वर्ष पूर्व दिनेश मध्यप्रदेश के बालघाट गया था, तब सुनीता से उसकी मुलाकात हुई और दोनों में नजदीकियां बढ़ गई. उन्होंने बतया कि आरोपी दिनेश ने गलत नीयत से एक माह पूर्व ही सुनीता से शादी की थी. आरोपी दिनेश सुनीता और उसके बेटे समर के साथ भोपाल में रहने लगा.
इसलिए रची थी अपहरण की साजिश : एडिशनल एसपी ने बताया कि आरोपी दिनेश सुनीता के बेटे के कारण अपने गलत इरादों में कामयाब नहीं हो पा रहा था. वहीं, दिनेश के साले निरंजन की कोई औलाद नहीं थी. दिनेश ने अपनी पहली पत्नी कोमल के भाई निरंजन और उसके साले राहुल के साथ मिलकर बच्चे के अपहरण की साजिश रची. शनिवार देर शाम को दोनों आरोपी बालाजी मोड़ पर खड़ी कार से बच्चे को अपने साथ लेकर चले गए. वारदात के बाद पुलिस ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगाले. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी बच्चे को ले जाते हुए नजर आए. इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपहृत बच्चे को दस्तयाब कर लिया.