ETV Bharat / state

सोन नदी के टीले पर फंसे 12 लोगों को बचाया गया, फिर बढ़ सकता है जलस्तर, नदी से दूर रहने की सलाह - People trapped in flood

Flood in Sone River. सोन नदीं के टीले पर फंसे 12 लोगों का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया. सभी फंसे लोग पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड के देवरी कला गांव के थे.

Flood in Sone River
नदी से लौटे लोग (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 18, 2024, 4:01 PM IST

पलामू: जिले के हुसैनाबाद प्रखंड के देवरी कला गांव स्थित सोन नदी में आई बाढ़ के कारण नदी के टीले पर फंसे 12 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया. जिला प्रशासन के निर्देश पर हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी, देवरी ओपी प्रभारी बबलू कुमार गुप्ता, एएसआई अखिलेश कुमार की देखरेख में यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. पुलिस बल के साथ देवरी ओपी के एएसआई अखिलेश कुमार के साथ स्थानीय सहयोग समिति के सचिव अनिल चौधरी, उपेंद्र चौधरी, धनंजय चौधरी, वचन चौधरी ने डीजल मोटर बोट की मदद से फंसे सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाया.

लोगों का किया गया रेस्क्यू (ईटीवी भारत)

रेस्क्यू किए गए लोगों में देवरी कला गांव की पूनम देवी, विनोद चौधरी, गीता देवी, गुलाबी देवी, मालती देवी, सीमा देवी, कबूतरी देवी के अलावा सात वर्षीय राजू कुमार और पांच वर्षीय शिवानी कुमारी शामिल हैं. वापस लौटे लोगों ने इस सफल ऑपरेशन के लिए प्रशासन और मीडिया कर्मियों के प्रति आभार जताया. वापस लौटने के बाद नाव पर सवार सभी लोग काफी खुश थे. उन्होंने प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की. वापस लौटे लोगों में विनोद चौधरी ने बताया कि टीले पर पानी कम हो गया है. पांच लोग टीले पर अपने जानवरों आदि को देखने के लिए वहां रुके हैं. उन्हें कोई खतरा नहीं है.

क्या कहते हैं एसडीओ

हुसैनाबाद एसडीओ पीयूष सिन्हा ने सोन नदी के देवरी तट पर रेस्क्यू टीम के पहुंचने का करीब एक घंटे तक इंतजार किया. वे लगातार टीम के संपर्क में थे. उन्होंने आसपास के लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक नाव घाट को बंद रखा जाएगा. उन्होंने फिर से किसी को भी टीले पर जाने से मना किया है. उन्होंने बताया कि सोन नदी के तटीय क्षेत्र के लोगों को माइकिंग के जरिए आगाह किया जा रहा है. देवरी घाट से जुड़े पूर्व मुखिया रामाशंकर चौधरी व मोहन चौधरी की मांग पर एसडीओ ने स्थानीय स्तर पर राहत बचाव दल गठित करने व उन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.

जलस्तर बढ़ने की संभावना

यूपी के रिहंद डैम से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण सोन नदी में फिर से जलस्तर बढ़ने की संभावना है. डैम सागर से 38 हजार क्यूसेक और रिहंद से 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे शाम चार बजे तक सोन नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. स्थिति को देखते हुए हुसैनाबाद पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए हैं. दंगवार और देवरी कला जैसे सोन नदी के किनारे बसे गांवों में माइक के जरिए लोगों से नदी से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है. ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. प्रशासन की तत्परता और तत्परता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और सभी लोग सुरक्षित अपने गांव लौट आए.

यह भी पढ़ें:

सोन नदी के बीच टीले पर फंसे सैकड़ों लोग, रेस्क्यू की कवायद में प्रशासन - People trapped in flood

सोन नदी में फंसे ग्रामीणों का एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, बाढ़ में फंसे थे झारखंड और बिहार के 40 लोग - Flood in Son river

गढ़वा में सोन नदी में एक दर्जन से अधिक ग्रामीण फंसे, अधिकारी मौके पर पहुंचे - Over dozen people stranded

पलामू: जिले के हुसैनाबाद प्रखंड के देवरी कला गांव स्थित सोन नदी में आई बाढ़ के कारण नदी के टीले पर फंसे 12 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया. जिला प्रशासन के निर्देश पर हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी, देवरी ओपी प्रभारी बबलू कुमार गुप्ता, एएसआई अखिलेश कुमार की देखरेख में यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. पुलिस बल के साथ देवरी ओपी के एएसआई अखिलेश कुमार के साथ स्थानीय सहयोग समिति के सचिव अनिल चौधरी, उपेंद्र चौधरी, धनंजय चौधरी, वचन चौधरी ने डीजल मोटर बोट की मदद से फंसे सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाया.

लोगों का किया गया रेस्क्यू (ईटीवी भारत)

रेस्क्यू किए गए लोगों में देवरी कला गांव की पूनम देवी, विनोद चौधरी, गीता देवी, गुलाबी देवी, मालती देवी, सीमा देवी, कबूतरी देवी के अलावा सात वर्षीय राजू कुमार और पांच वर्षीय शिवानी कुमारी शामिल हैं. वापस लौटे लोगों ने इस सफल ऑपरेशन के लिए प्रशासन और मीडिया कर्मियों के प्रति आभार जताया. वापस लौटने के बाद नाव पर सवार सभी लोग काफी खुश थे. उन्होंने प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की. वापस लौटे लोगों में विनोद चौधरी ने बताया कि टीले पर पानी कम हो गया है. पांच लोग टीले पर अपने जानवरों आदि को देखने के लिए वहां रुके हैं. उन्हें कोई खतरा नहीं है.

क्या कहते हैं एसडीओ

हुसैनाबाद एसडीओ पीयूष सिन्हा ने सोन नदी के देवरी तट पर रेस्क्यू टीम के पहुंचने का करीब एक घंटे तक इंतजार किया. वे लगातार टीम के संपर्क में थे. उन्होंने आसपास के लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक नाव घाट को बंद रखा जाएगा. उन्होंने फिर से किसी को भी टीले पर जाने से मना किया है. उन्होंने बताया कि सोन नदी के तटीय क्षेत्र के लोगों को माइकिंग के जरिए आगाह किया जा रहा है. देवरी घाट से जुड़े पूर्व मुखिया रामाशंकर चौधरी व मोहन चौधरी की मांग पर एसडीओ ने स्थानीय स्तर पर राहत बचाव दल गठित करने व उन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.

जलस्तर बढ़ने की संभावना

यूपी के रिहंद डैम से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण सोन नदी में फिर से जलस्तर बढ़ने की संभावना है. डैम सागर से 38 हजार क्यूसेक और रिहंद से 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे शाम चार बजे तक सोन नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. स्थिति को देखते हुए हुसैनाबाद पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए हैं. दंगवार और देवरी कला जैसे सोन नदी के किनारे बसे गांवों में माइक के जरिए लोगों से नदी से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है. ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. प्रशासन की तत्परता और तत्परता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और सभी लोग सुरक्षित अपने गांव लौट आए.

यह भी पढ़ें:

सोन नदी के बीच टीले पर फंसे सैकड़ों लोग, रेस्क्यू की कवायद में प्रशासन - People trapped in flood

सोन नदी में फंसे ग्रामीणों का एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, बाढ़ में फंसे थे झारखंड और बिहार के 40 लोग - Flood in Son river

गढ़वा में सोन नदी में एक दर्जन से अधिक ग्रामीण फंसे, अधिकारी मौके पर पहुंचे - Over dozen people stranded

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.