कोटा. शहर के जवाहर नगर थाना इलाके से मध्य प्रदेश के राजगढ़ ब्यावरा निवासी एक 17 वर्षीय कोचिंग स्टूडेंट लापता हो गया है. वह महावीर नगर प्रथम स्थित हॉस्टल में रहता था, जहां उसके कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था. उसकी अंतिम लोकेशन मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के गडरिया महादेव इलाके में मिली थी. वहां उसका बैग भी मिला, जिसमें मोबाइल, चाकू, चप्पल, डायरी और रस्सी सहित अन्य चीजें थी.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के गडरिया महादेव इलाके में बड़ी तादाद में वन्य जीव रहते हैं. इसके साथ ही वहां चंबल नदी में भी मगरमच्छों का भरमार है. ऐसे में दोनों जगह पर जान जोखिम में डालकर नगर निगम के गोताखोर और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम छात्र को ढूंढने में लगी है.
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जान जोखिम में डालकर रेस्क्यू : गोताखोर विष्णु श्रृंगी का कहना है कि चंबल नदी की कराइयों में उतरने के लिए सीधा कोई रास्ता नहीं है. सीधी चट्टानों के जरिए ही नीचे उतरना पड़ता है. ऐसे में जब चंबल नदी में रेस्क्यू के लिए टीम जाती है, तब भी जान पर खेलकर ही नीचे उतरना पड़ता है. दूसरी तरफ ऊपर पूरी तरह से मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का जंगली एरिया है, जहां पर बड़ी तादाद में वन्य जीव रहते हैं. ऐसे में उनका खतरा भी बना हुआ है, लेकिन रेस्क्यू टीम हर जगह लापता हुए छात्र की तलाश में जुटी हुई है. उनका कहना है कि करीब 20 से ज्यादा लोग लापता छात्र की तलाश में जुटे हैं. छात्र के पिता का कहना है कि वे कॉन्ट्रैक्टर हैं. बेटे को 1 साल पहले कोटा में जेईई की तैयारी के लिए भेजा था. अभी वो 11वीं में ही पढ़ रहा था. 2025 में उसे जेईई की परीक्षा देनी थी.
सुबह से शाम तक चलता है रेस्क्यू : छात्र चार दिन पहले 11 फरवरी को लापता हुआ था. उसकी अंतिम लोकेशन गडरिया महादेव इलाके में आई थी. वह सीसीटीवी फुटेज में भी वहां पर एंट्री करता नजर आ रहा है, लेकिन बाहर जाने का कोई फुटेज नहीं है. सुबह से शाम तक तलाश की जा रही है, लेकिन जंगली क्षेत्र होने के कारण रात को रेस्क्यू बंद करना पड़ता है.