सिमडेगा: एक ओर जहां देश 5G नेटवर्क और मेट्रो जैसे कार्यों की चर्चा कर रहा है. परंतु उन सबके बीच ग्रामीण क्षेत्रों का एक तबका ऐसा भी है. जहां आज भी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. वहीं दूसरी ओर सिमडेगा जिला के कई गांवों में आज भी सड़क के सुविधा नहीं होने के कारण मरीज को खाट पर लेटाकर कई किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता है ताकि उसका इलाज कराकर उसकी जान बचाई जा सके.
ऐसा ही मामला ठेठईटांगर प्रखंड के ताराबोगा पंचायत अंतर्गत कुरुमडेगी गांव का है. जहां आज भी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. गांव के फिरू सिंह कुरुमडेगी निवासी सोमवार रात अचानक बीमार पड़ गये. गांव तक पहुंचाने के लिए सड़क नहीं है, क्योंकि बीच में नदी है जिसपर अबतक कोई पुल नहीं बन पाया है. अंततः ग्रामीणों के सहयोग से फिरू सिंह को खटिया के सहारे धोकर करीब 01 किलोमीटर पैदल सफर तय करते हुए सड़क तक पहुंचाया गया ताकि समय से उसका इलाज हो सके.
खासकर यह समस्या बारिश के दिनों में ज्यादा बढ़ जाती है. क्योंकि बारिश का पानी उतरने के कारण गाड़ियां पार नहीं हो पाती है. अगर एक छोटा पुल बन जाता तो इन ग्रामीणों की समस्याएं दूर हो जाती. मेट्रो और नेशनल हाईवे ना सही परंतु एक छोटी पुलिया बन जाने से गांव में एक पक्की सड़क तो बन जाती और विकास के जो सपना ग्रामीण देखते हैं. उसे पर एक पायदान तो और जुड़ जाता.
हालांकि ईटीवी भारत की खबर पर उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने संज्ञान लेते हुए कहा कि जल्द ही उस जगह का सर्वे कराकर जो भी पुलिया आवश्यकता होगी. उसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ करना दी जाएगी ताकि ग्रामीणों को सुविधा मिल सके.
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