मेरठः पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के दायरे में कुल 14 जिले हैं. ऐसे में इन जिलों में पांच लाख से अधिक ऐसे किसान हैं, जिनके पास निजी नलकूप हैं. सरकार ने निजी नलकूप से सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली की सुविधा देने का एलान कई वर्ष पहले किया था. अब इसे अमल में भी लाया जा रहा है. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की एम डी ईशा दुहन ने ईटीवी भारत को बताया कि ऐसे किसानों के लिए जून के आखिर तक यह योजना लाई गई है. जिसमें निजी नलकूप संचालक अपने पुराने बकाया को एकमुश्त अथवा किश्तों में जमा कराने पर सरचार्ज में भारी छूट पा सकते हैं.
एमडी ने बताया कि मुफ्त बिजली पाने के लिए पंजीकरण के समय उपभोक्ता को अपने शेष बकाये को एक साथ (एकमुश्त) अथवा किश्तों में जमा कराने की सुविधा दी जा रही है. जिसमें समस्त बकाये का एकमुश्त भुगतान करने पर ब्याज और विलम्ब अधिभार में 100 प्रतिशत की छूट मिलेगी. मुफ्त पंजीकरण के समय 31 मार्च 2023 तक के कुल बकाया की 30 प्रतिशत धनराशि जमा करनी होगी. यह धनराशि जमा कराने के बाद ही इस योजना के अन्तर्गत पंजीकरण हो सकेगा. पंजीकरण के समय यदि उपभोक्ता समस्त बकाये का एकमुश्त भुगतान करेगा तो उसे ब्याज/विलम्ब अधिभार में 100 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी. उपभोक्ता समस्त बकाये का भुगतान 3 मासिक किश्तों में करता है तो ब्याज-विलॅम्ब अधिभार में 90 प्रतिशत और 6 किश्तों में जमा करने पर 80 प्रतिशत की छूट उसे मिलेगी. 30 जून 2024 के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
अभी तक 24 हजार उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरणः बता दें कि पश्चिमांचल में अब तक लगभग 24 हजार उपभोक्ताओं द्वारा ही पंजीकरण में दिलचस्पी दिखाई गई है. ईशा दुहन ने बताया कि यह योजना 30 जून तक है. ऐसे में जो भी निजी नलकूप किसान उपभोक्ता निशुल्क विद्युत का लाभ लेना चाहते हैं, वह उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते हैं. इसके साथ ही संयोजन पर मीटर स्थापित करने, केवाईसी की कार्यवाही पूर्ण करने, संयोजन पर किए जा रहे घरेलू उपयोग के उपकरणों में मात्र एक एलईडी बल्ब व एक पंखा करने को लेकर आवेदन करते समय अपनी सहमति देनी होगी और पंजीकरण कराना है.
निजी नलकूप पर इतनी ही बिजली मुफ्तः बता दें कि निजी नलकूप किसानों को मुफ्त विद्युत आपूर्ति दिये जाने के लिए निजी नलकूप के लिए संयोजन पर मीटर लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसे में कुछ किसानों में भ्रम की स्थिति रहती है कि आखिर किसान उपभोक्ताओं को कितनी बिजली मुफ्त मिल रही है या पूरी तरह ही मुफ्त है. यहां यह जान सकते हैं कि 10 हार्स पावर तक 140 यूनिट/किलोवाट प्रति माह उपयोग करने पर 1045 यूनिट / माह तक सौ प्रतिशत की छूट मिलेगी. इसी तरह 140 यूनिट / किलोवाट प्रति माह से अधिक उपयोग करने पर अतिरिक्त खपत का टैरिफ के अनुसार पूर्ण भुगतान उपभोक्ता को करना ही होगा.
5 लाख किसानों के पास निजी नलकूपः बता दें कि इस व्यवस्था से पश्चिमांचल डिस्कॉम के अन्तर्गत कुल 14 जिले आते हैं जिनमें मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, जेपी नगर और रामपुर भी शामिल है. इन जिलों में लगभग 5 लाख किसान निजी नलकूप उपभोक्ता हैं.
ऐसे होगा रजिस्ट्रेशनः किसान अपना पंजीकरण uppcl-org के माध्यम से अथवा किसी भी विभागीय खण्ड, उपखण्ड कार्यालय, विभागीय कैश काउन्टर या जन सुविधा केन्द्र में जाकर, छूट संबंधी जानकारी प्राप्त करके इस स्कीम का लाभ लिया जा सकता है.
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