जयपुर : प्रदेश में 23,820 पदों पर होने वाली सफाई कर्मचारी भर्ती को रद्द कर दिया गया है. इस संबंध में बुधवार को स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 29 सितंबर को जारी भर्ती विज्ञप्ति को वापस लेने के आदेश जारी किए गए. यह तीसरी बार है जब इस भर्ती को रोका गया है. हाल ही में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ और प्रशासन के बीच अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण जयपुर के हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की भर्ती स्थगित करने का समझौता हुआ था.
विभिन्न नगरीय निकायों से फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाए जाने की शिकायतें लगातार आ रही थीं और अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता को लेकर विवाद खड़ा हो गया. इसके चलते अब इस भर्ती विज्ञप्ति को ही वापस ले लिया गया है. इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक कुमार पाल गौतम ने आदेश जारी किए हैं.
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हालांकि, राज्य सरकार का यह फैसला युवा बेरोजगारों को रास नहीं आ रहा है. इसका कारण यह है कि इस भर्ती को पहले भी दो बार रोका जा चुका है. इस बार आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जयपुर को छोड़कर अन्य सभी नगरीय निकायों में 7 दिसंबर को लॉटरी निकाली जानी थी, लेकिन एन मौके पर राज्य सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया.
आंदोलन की चेतावनी : वहीं, कर्मचारी नेता राकेश मीणा ने कहा कि यह बेरोजगारों के साथ अन्याय है. सरकार को बिना किसी दबाव में आए पहले से बनाए गए नियमों के अनुसार भर्ती प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए थी. उन्होंने संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के निवर्तमान अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी हठधर्मिता और भ्रष्टाचार के कारण बेरोजगारों के साथ अन्याय हुआ है और सरकार की छवि धूमिल हुई है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा.