धमतरी: स्वास्थ्य विभाग में 66 पदों पर वैकेंसी निकली है. विभाग रात के वक्त दावा आपत्ति का काम निपटाकर परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी कर रहा है. रात के वक्त अभ्यर्थी अपनी बारी का इंतजार कर डटे हुए हैं. यहां आए अभ्यर्थियों का कहना है कि रात के वक्त हम लोग यहां डटे हैं. पूरा काम मिसमैनेजमेंट के चलते इनका बिगड़ा हुआ है. छात्रों का आरोप है कि विभाग से जुड़े जो लोग भर्ती प्रक्रिया देख रहे हैं उनको दावा आपत्ति तक दुरुस्त करने नहीं आता है.
रात में नौकरी के लिए लगाई लाइन: अभ्यर्थियों का कहना है कि वो पिछले 24 घंटों से यहां खड़े हैं. कोई भूखा प्यासा है तो कोई अपने बच्चों को लेकर यहां बैठा है. बावजूद इसके विभाग से जुड़े लोग अपना का काम भी ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि जिन्होने दावा आपत्ति लगाई थी उनके दावे को जबरन रद्द कर दिया जा रहा है. पूछने पर सही कारण भी नहीं बताया जा रहा है.
मेरा नाम पात्र में है लेकिन मेरा नंबर नहीं जोड़ा गया है. मैंने दावा आपत्ति किया है कि मैं अपना नंबर और कागज संलग्न कर रही हूंं. बावजूद इसके मेरे आवेदन को अमान्य कर दिया गया है. दावा आपत्ति का नंबर मुझे नहीं दिया गया. :मोनिका साहू, अभ्यर्थी
मैं नर्सिंग पोस्ट के लिए आई थी. यहां के लोग जो दावा आपत्ति के लिए आए थे उनको सुना नहीं जा रहा है. 12 तरीख से लोग यहां डटे हैं. लोग बस्तर तक से आए हुए हैं. इनके पास कोई मैनेजमेंट नहीं है. इंटरव्यू लेना तक नहीं शुरु किया. सारा काम बिगड़ा हुआ है. पूछने पर कहते हैं समय लगेगा. समय पर ये काम नहीं पा रहे हैं. 365 लोगों में सिर्फ 70 लोगों को पात्र बताया गया है बाकी को अपात्र करार दिया है. :रितिका, अभ्यर्थी
नाराज अभ्यर्थियों का फूटा गुस्सा: अभ्यर्थियों का कहना है कि रात साढ़े आठ बजे लिखित परीक्षा आयोजित नहीं की जबकी सभी लोग लिखित परीक्षा के लिए यहां जुटे हैं. पिछले 24 घंटों से यहां सर्दी में परीक्षा लिए जाने का इंतजार कर रहे हैं. विभाग के अफसरों की दलील है कि भीड़ ज्यादा हो जाने के चलते दिक्कतें हुई हैं. भीड़ की वजह से दावा आपत्ति का काम भी बढ़ गया. अधिकारी का कहना है कि हम जल्द से जल्द परीक्षा और इंटरव्यू का काम पूरा करेंगे.
मैं बिलासपुर से फार्म डालने आई हूं. फार्म डालने में पूरी धांधली बरती जा रही है. सीएमएचओ दफ्तर के लोग हैं वो अपने हिसाब से फार्म ले रहे हैं. हम लोग सुबह से यहां बैठे हैं. कल ही परीक्षा हो जानी चाहिए थी लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं ली गई है. कुछ कंडिडेट ऐसे हैं जो तीन तीन फार्म भरे हैं. रात के वक्त परीक्षा ली जाती है क्या. :संगीता, अभ्यर्थी
पात्र और अपात्र सूची निकालने में देरी हुई है. ये सूची निकलने के बाद ही परीक्षा ली जा सकती है. छात्रों की संख्या काफी ज्यादा है. हम लोग कल दो बजे रात से काम पर लगे हैं. पद के हिसाब से लोग फार्म भरकर पहुंचे हैं. कुल 66 पदों पर भर्तियां होनी है हम आज ही रात को इसको पूरा करेंगे. :यू एल कौशिक, सीएमएचओ
मुश्किल में अभ्यर्थी: अभ्यर्थियों को जो दिक्कतें झेलनी पड़ रही है उसे देखकर तो यहीं लगता है कि विभाग ने पहले से कोई बड़ी तैयारी इसके लिए नहीं की थी. अगर तैयारी की होती तो इन लोगों को रात के वक्त यहां इस तरह से बैठना नहीं पड़ता. विभाग से जुड़े आला अफसरों को जरुर इनकी शिकायतों पर ध्यान देना चाहिए.