पटना: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ के कारण 10-12 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, इस हादसे पर अब सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष जहां इसे सरकार की नाकामी और बदइंतजामी बता रहा है, वहीं बीजेपी और एनडीए के घटक दलों का कहना है कि प्रशासन ने समय रहते हालाक पर काबू पा लिया है.
'श्रद्धालुओं की सुरक्षा से किया खिलवाड़': आरजेडी ने आरोप लगाया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के बजाय वीआईपी ट्रीटमेंट पर ज्यादा ध्यान दिया गया. मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना के बावजूद लापरवाही बरती गई. वहीं, सांसद पप्पू यादव ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन पर कथित तौर पर 10000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, इसके बावजूद आमलोगों को सुविधा क्यों नहीं दी गई? उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ बीजेपी के नेताओं के वीआईपी राजनीतिक स्नान और चेहरा चमकाने पर ही खर्च हुआ है? पप्पू ने पूछा कि भीड़ प्रबंधन की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
'बदइंतजामी के कारण हुआ हादसा': पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भगदड़ के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'दुःखद है कि महाकुंभ में बदइंतजामी के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया. इतने हिंदू मारे गए, पूरा देश शोकाकुल है. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने दो शब्द का शोक भी व्यक्त नहीं किया. श्रद्धालु भक्तों को श्रद्धांजलि भी नहीं दिया. जिम्मेदारी तो क्या खाक लेंगे, बस पर्दा डालेंगे.'
दुःखद है कि महाकुंभ में बदइंतज़ामी के
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) January 29, 2025
कारण इतना बड़ा हादसा हो गया
इतने हिंदू मारे गये,पूरा देश शोकाकुल है
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने
दो शब्द का शोक भी व्यक्त नहीं किया!
श्रद्धालु भक्तों को श्रद्धांजलि भी नहीं दिया!
ज़िम्मेदारी तो क्या ख़ाक लेंगे
बस पर्दा डालेंगे
'सुरक्षा के प्रति सरकार गंभीर नहीं दिखी': मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी इस घटना के लिए योगी सरकार पर हमला बोला है. प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि इस तरह की घटना को रोकने के लिए सरकार के स्तर से जो गंभीरता दिखानी चाहिए और जो सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए, वह नहीं दिखी. उन्होंने कहा कि इस भगदड़ में जिनकी भी जान गई है या जो लोग भी घायल हुए हैं, उनके लिए हम दुखी हैं लेकिन इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है.
"श्रद्धालुओं और आम लोगों की सुरक्षा के प्रति जो गंभीरता दिखनी चाहिए, वह महाकुंभ मेले में नहीं दिखी. वीआईपी लोगों के लिए सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया. वीआईपी लोगों की सुरक्षा के प्रति सरकार प्रशासन ज्यादा गंभीर दिखा दी. मौनी अमावस्या के दिन आज महाकुंभ में काफी भीड़ आने वाली थी, यह बात सरकार को भी पता था लेकिन सरकार के स्तर से लोगों की सुरक्षा में लापरवाही बरती गई."- एजाज अहमद, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
तेजस्वी यादव ने जताया दुख: उधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दिन संगम तट पर भगदड़ एवं श्रद्धालुओं के घायल होने एवं मौत की अत्यंत दुःखद खबर हृदय विदारक है. ईश्वर दिवगंत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व हादसे में घायल श्रद्धालुओं को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें. भगवान सबको सकुशल रखें.'
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दिन संगम तट पर भगदड़ एवं श्रद्धालुओं के घायल होने एवं मौत की अत्यंत दुःखद खबर हृदय विदारक है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 29, 2025
ईश्वर दिवगंत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व हादसे में घायल श्रद्धालुओं को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। भगवान सबको सकुशल रखें।
बेहतर प्रबंध करना सरकार की जिम्मेदारी: वहीं, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी घटना को दुखद बताते हुए कहा कि महाकुंभ में जो दुखद घटना हुई है, उसने मानवीय संवेदना को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क स्थापित किया है. राज्य सरकार का दायित्व है कि वह बेहतर व्यवस्था करे, ताकि ऐसी घटना न हो.
"जो भीड़ जुट रही है, उसका प्रबंधन और नियंत्रिण कैसे किया जाए यह राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. जो पीड़ित परिवार है, जिनके घर में दुखद मृत्यु हुई है. ईश्वर उनको चरणों में स्थान दें. श्रद्धालुओं से भी अनुरोध है कि प्रशासन के द्वारा जो मापदंड बनाए गए हैं, उसका सही से पालन करें."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
क्या बोली बिहार बीजेपी?: हालांकि बिहार बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के चलते भगदड़ मची लेकिन योगी सरकार ने स्थिति को सामान्य कर लिया है. वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी हालत पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. लोगों से भी हमारी अपील है कि संयम बरतें और प्रशासन के नियमों का पालन करें.
"प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री घटना पर नजर बनाकर रखे हुए हैं और इस घटना की समीक्षा की जा रही है. लोगों से हम लोग अपील भी करते हैं कि वह शांति बनाकर रखें. जिस तरह की भीड़ वहां पर थी, कहां क्या दिक्कत हुई, उसकी समीक्षा वहां की सरकार कर रही है. उसके बाद जो प्रबंध होंगे, वह किए जाएंगे"- सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम, बिहार
कैसे मची महाकुंभ में भगदड़?: दरअसल, मौनी अमावस्या पर प्रयागराज के संगम नोज पर दूसरे शाही स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा था. उसी दौरान अफवाह के चलते भगदड़ मच गई. एक-दूसरे को कुचलते हुए लोग भागने लगे. हादसे में 10-12 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि 50 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं.
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